जयपुर.राजस्थान के चूरू जिले की सरदारशहर विधानसभा सीट (Sardarshahr assembly seat of Churu) से कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन के बाद यहां उपचुनाव होने जा रहा है. इस उपचुनाव को सूबे में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी के लिए सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. कांग्रेस यहां सिम्पैथी के रथ पर सवार है तो बीजेपी ने एंटी इनकम्बेंसी के सहारे जीत की उम्मीद लगा रही है. चुनाव के परिणाम किसके पक्ष में आएंगे यह तो परिणाम आने के बाद ही स्पष्ट होगा, लेकिन इस उपचुनाव में बीजेपी के दो बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा जरूर दांव पर लगी है. एक ओर सरदारशहर जहां उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की कर्मभूमि (Opposition Rajendra Rathod Karmabhoomi) है तो वहीं, दूसरी ओर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की यह जन्मभूमि है.
दांव पर प्रतिष्ठा:सरदारशहर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है. यहां 5 दिसंबर को मतदान होना है, जबकि 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे. कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन के कारण यहां उपचुनाव हो रहा है. जिसे सूबे में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी के लिए सेमीफाइनल करार दिया जा रहा है. लेकिन इन सबके बीच यह सीट बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो अगर बीजेपी यहां चुनाव नहीं जीत पाती है तो प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की सियासी साख पर आगे इसका असर देखने को मिलेगा. लेकिन अगर किसी भी तरह से बीजेपी इस सीट को निकालने में कामयाब हो जाती है तो फिर इन दोनों ही नेताओं का सूबे की सियासत में वर्चस्व बढ़ना तय है.
अब तक हुए उपचुनाव के परिणाम:यह मौजूदा 15वीं विधानसभा की 8वीं सीट और चौथा उपचुनाव होगा. विधानसभा चुनाव 2023 से पहले एक सीट पर हो रहा यह उपचुनाव कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद काे लेकर चल रही लड़ाई और बीजेपी में चुनावी चेहरे पर जारी संघर्ष की दृष्टि से भी काफी अहम है. इससे पहले 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो चुके हैं. पंद्रहवीं विधानसभा के लिए हुए चुनाव में मंडावा से बीजेपी के विधायक बने नरेंद्र कुमार और खींवसर से विधायक बने आरएलपी के हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा का चुनाव लड़ा और सांसद बन गए. दोनों को विधानसभा की सीट छोड़नी पड़ी. इसके बाद अक्टूबर 2019 में उपचुनाव कराने पड़े. इनके अलावा सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाशचंद्र त्रिवेदी, सुजानगढ़ से कांग्रेस विधायक भंवरलाल मेघवाल और राजसमंद से बीजेपी की किरण माहेश्वरी के निधन के बाद सीटें खाली हो गई. इन तीन सीटों पर अप्रैल 2021 में उपचुनाव हुए, फिर उदयपुर के वल्लभनगर से कांग्रेस के गजेंद्र सिंह शक्तावत और धरियावद से बीजेपी विधायक गौतम लाल निनामा का निधन हो गया, फिर तीसरी बार अक्टूबर 2021 में उपचुनाव कराने पड़े. अब 8वीं सीट पर चौथा उपचुनाव होने जा रहा है.