किसने क्या कहा, सुनिए.... जयपुर.राजस्थान में50 हजार पदों पर भर्ती निकाली, लेकिन अब इस भर्ती को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. महात्मा गांधी सेवा प्रेरकों की भर्ती ग्राम पंचायत और शहरी वार्ड स्तर पर होगी, जिसमें शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास रखी गई है. हालांकि, मौत से पहले ही बीजेपी ने इस पर सवाल उठाते हुए इसे फर्जीवाड़ा बताया है. साथ ही कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता को रोजगार देकर झूठ परोसने का काम किया जाएगा.
प्रदेश में सत्ता की कुर्सी पर दोबारा बैठने के लिए कांग्रेस हर कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में गहलोत सरकार ने 50 हजार गांधी प्रेरक नियुक्त करने का फैसला लिया है, जो बीजेपी और बीजेपी की रीढ़ की हड्डी आरएसएस की विचारधारा का गांधी के विचारों के जरिए मुकाबला करेंगे. इसे लेकर सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि ये अपने आप में एक फर्जीवाड़ा है. जब बेरोजगारी भत्ते की बात हो रही थी, वहां कांग्रेस सरकार के पास पैसे नहीं थे और अब एक तरह से राजस्थान के स्वाभिमान को ललकारा जा रहा है.
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अलग-अलग तरह से घूस देकर चुनाव जीतने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि साढ़े 4 साल सोते रहे. जनता की सुध नहीं ली और अब जब चुनाव सिर पर आ रहा है, तो पैसे बांटने के अलग-अलग तरीके ढूंढ रहे हैं. स्वयंसेवक का मुकाबला करना चाह रहे हैं, जो निस्वार्थ काम करते हैं और विपरीत परिस्थितियों में काम करते हैं. सालों साल तक काम करते हैं. यहां पर भाड़े पर एजेंट ढूंढ रहे हैं, चुनाव जीतने के लिए ये कांग्रेस की मानसिकता है.
वहीं, बीजेपी शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के पास देशभक्त संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे कार्यकर्ता नहीं है जो निस्वार्थ भाव से देश को आगे बढ़ाने के लिए सदैव प्रेरित रहते हैं. कांग्रेस झूठ फैला कर और अपने कार्यकर्ताओं को रोजगार देकर 4500 रुपये में गांधी प्रेरक बनाकर अपने झूठ को परोसने का काम कर रही है. ये निश्चित है कि अपने नेताओं से प्रेरणा लेने के बाद वो 4500 लेंगे, लेकिन प्रचार-प्रसार नहीं करेंगे. निश्चित रूप से राजस्थान सरकार का जो पिछली बार 3500 रपये बेरोजगारों को भत्ता देने, किसानों का कर्जा माफ करने की जो घोषणा करके सरकार आई थी, वो जनता समझ चुकी है. कांग्रेस का भंडाफोड़ करेगी और निश्चित रूप से गहलोत को जवाब देना होगा कि उनकी सचिन पायलट से 4 साल तक क्यों नहीं बनी, क्यों सड़कों पर आंदोलन रहा, क्यों शांति धारीवाल के लिए जयपुर के दोनों मिनिस्टर और पांचों विधायकों को कहना पड़ रहा है कि विकास नहीं करवा पाए. इसका जवाब देना होगा.