त्रिस्तरीय जांच के बाद परीक्षा कक्ष तक पहुंचे अभ्यर्थी जयपुर. आरपीएससी की ओर से आयोजित आरएएस-2023 की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को प्रदेश के 2 हजार 158 केंद्रों पर आयोजित हुई है, जिसमें 6 लाख 97 हजार 51 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. प्रदेश के 46 जिलों में कराई जा रही इस भर्ती परीक्षा में परीक्षा से एक घंटा पहले 10:00 बजे ही केंद्रों के प्रवेश द्वार को बंद कर दिए गए. खास बात ये है कि परीक्षा में धांधली को रोकने के लिए पहली बार ओएमआर शीट में चार के बजाए पांच विकल्प दिए गए हैं, जिनमें से अभ्यर्थी को किसी एक विकल्प का चयन करना अनिवार्य किया गया है.
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आरएएस के 905 पदों पर प्रारंभिक परीक्षा रविवार कराई जा रही है. परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों में भी खासा उत्साह देखने को मिला. वहीं, एहतियात के तौर पर परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी कराते हुए त्रिस्तरीय जांच के बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा कक्ष में बैठने की अनुमति दी गई. परीक्षा केंद्र अधीक्षक हनुमान सिंह भाटी ने बताया कि आयोग के दिशा निर्देश अनुसार अभ्यर्थियों की चेकिंग कर मूल आईडी देख प्रवेश दिया गया. इसके साथ ही आयोग की ओर से निर्धारित ड्रेस कोड को भी फॉलो किया गया.
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आयोग ने इस बार ओएमआर शीट में पांच विकल्प दिए हैं, जिनमें से एक विकल्प का चयन करना अनिवार्य किया गया है. पहले अभ्यर्थी को जो प्रश्न नहीं आता था, उसमें किसी विकल्प का चयन न करते हुए छोड़ दिया जाता था. लेकिन इस बार पांच में से एक विकल्प को भरना ही होगा. उन्होंने बताया कि 3 घंटे का समय है और 11:00 बजे से 2:00 तक होने वाले इस परीक्षा में 10:00 ही एंट्री बंद कर दी गई. वहीं, 2:00 बजे बाद 10 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा, जिसमें छूट गए प्रश्नों में पांचवें विकल्प को भरना होगा.
वहीं, एक अन्य परीक्षा केंद्र अधीक्षक सुमन शर्मा ने बताया कि यहां ऑब्जर्वर, इनविजीलेटर सहित पूरा स्टाफ परीक्षा कराने के लिए तैनात किया गया. त्रिस्तरीय सुपरविजन के साथ अभ्यर्थियों को परीक्षा कक्षा में बैठने की अनुमति दी गई. यहां पुलिस प्रशासन भी तैनात किया गया. इसके अलावा पहले पर्यवेक्षकों की ओर से अभ्यर्थियों की जांच कर एंट्री दी गई और अंदर डॉक्यूमेंट जांचने के बाद उन्हें कक्ष में बैठाया गया. उन्होंने बताया कि यहां आयोग की ओर से मिले दिशा-निर्देशों के अनुसार ड्रेस कोड में महिला अभ्यार्थियों के चूड़ी को छोड़कर किसी भी आभूषण, बालों का बक्कल-क्लिप को अनुमति नहीं दी गई है. पुरुष अभ्यर्थियों के फुल स्लीव्स की शर्ट और जूते भी अलाउ नहीं किए हैं. कुछ अभ्यर्थियों के हाथों में मौली धागा था, जिसे मैन गेट पर ही हटवाया गया है.
इससे पहले पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए पेपर लीक मामलों में लिप्त पाए गए संदिग्धों को हिरासत में लेते हुए निगरानी बढ़ाई. इसके अलावा एसओजी ने वांटेड आरोपियों के नाम भी पुलिस प्रशासन को भेजे. इसके इतर अभ्यर्थियों के लिए राज्य सरकार की ओर से राजस्थान रोडवेज की भी निशुल्क व्यवस्था की गई.