जयपुर. राजस्थान डोमेस्टिक टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स कॉन्क्लेव के प्रथम संस्करण का शुक्रवार को जयपुर में आयोजन किया गया. भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की साझेदारी में एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स (एडीटीओआई) राजस्थान चैप्टर ने इसकी मेजबानी की. इस कार्यक्रम का मकसद था कि राजस्थान में पर्यटन व्यवसाय से जुड़े सभी लोग एक मंच पर आएं और भविष्य में पर्यटन की संभावनाओं और विकास पर अपने विचार रखें.
घरेलू पर्यटक पर उम्मीद और नजर : इस आयोजन में राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड के चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने कहा कि 2019 की तुलना में राजस्थान में 8 करोड़ अधिक घरेलू पर्यटक आए हैं. यह दर्शाता है कि गोवा और केरल की तरह राजस्थान पर्यटन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. मेलों और धार्मिक पर्यटन ने राज्य को आकर्षक बना दिया है. अरोड़ा ने कहा कि भारत में घरेलू पर्यटन में उछाल देखा जा रहा है. ऐसा माना जाता है कि 2023 के पर्यटन सीजन के अंत तक राज्य के रूप में राजस्थान और देश के रूप में भारत में पर्यटकों की संख्या कोविड-पूर्व स्तर तक बढ़ जाएगी.
भारत पर्यटन सांख्यिकी 2022 के अनुसार, देश ने 2021 में 68 करोड़ घरेलू पर्यटकों की संख्या देखी. वर्ष 2022-23 के लिए भी इसी तरह की वृद्धि की उम्मीद है. अरोड़ा ने कहा कि राजस्थान औद्योगिक प्रोत्साहन योजना (रिप्स 2019) से पर्यटन उद्योग को लाभ हुआ है और राजस्थान सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है. उन्होंने कहा कि यह बेहद आश्चर्यजनक है कि केंद्र सरकार का बजट राजस्थान से मात्र दोगुना है, जबकि उसे अन्य राज्यों को भी बजट आवंटित करना होता है.