जयपुर. वैसे तो कांग्रेस पार्टी के लिहाज से साल 2022 कई कारणों से जाना जाएगा, लेकिन राजस्थान में गहलोत-पायलट विवाद के साथ ही राष्ट्रीय कांग्रेस के 13, 14 और 15 मई को राजस्थान के उदयपुर में हुए चिंतन शिविर के लिए भी यह साल जाना जाएगा. कांग्रेस पार्टी के उदयपुर में हुए नव संकल्प शिविर से जो प्रस्ताव निकले, उसे 'उदयपुर नव संकल्प' के नाम से जाना गया. उदयपुर नव संकल्प से निकले 'भारत जोड़ो यात्रा' के संकल्प को पूरा करने का बीड़ा उठाकर ही राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3500 किलोमीटर पैदल चल रहे हैं. इसी भारत जोड़ो यात्रा का एक हिस्सा राजस्थान भी बना, जिसमें राहुल गांधी ने गहलोत-पायलट को दाएं-बाएं चला, साथ नचा ओर गले लगाकर राजस्थान कांग्रेस को जोड़ने का प्रयास करते दिखाई दिए.
जब जोड़ना चाहा
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गद्दार बोल तोड़ दिया
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एसेट बता फिर जोड़ा
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यात्रा के दौरान भी जोड़ने की कोशिश
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माकन ने रिश्ता तोड़ा, रंधावा ने रिश्ता जोड़ा
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कांग्रेस प्रभारियों का भी 2022 रहा भारी- साल 2022 राजस्थान के दूसरे राज्यों में लगे प्रभारियों पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी और गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा के लिए नतीजों के लिहाज से भारी रहा. राजस्थान का मंत्री पद छोड़ पंजाब के प्रभारी बने हरीश चौधरी के नेतृत्व में हुए पंजाब चुनाव में न केवल कांग्रेस पार्टी सत्ता से बाहर हुई, बल्कि उसे बुरी हार झेलनी पड़ी. गुजरात में हालांकि कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं थी, लेकिन गुजरात में कांग्रेस पार्टी का इतिहास का सबसे बुरा प्रदर्शन राजस्थान के पूर्व मंत्री रघु शर्मा ने अपने सर लिया और इस्तीफा दे दिया. कहा जा रहा है कि हरीश चौधरी ने भी कांग्रेस आलाकमान से पंजाब चुनाव में हार के बाद पंजाब प्रभारी पद छोड़ने को कह चुके हैं. ऐसे में चाहे राजस्थान में आने वाले प्रभारी हो या राजस्थान से दूसरे राज्यों में गए प्रभारी हो सभी के लिए साल 2022 भारी रहा.
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