राजस्थान में सेकंड ग्रेड टीचर एग्जाम पेपर लीक होने के बाद से ही गहलोत सरकार की किरकिरी (CBI inquiry in RPSC Paper Leak Case) हो रही है. इस मामले को लेकर भाजपा लगातार हमलावर है और प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर रही है. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जांच एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि प्रकरण में गहलोत के खास मंत्री भी शामिल हैं, इसीलिए सरकार कार्रवाई से बच रही है.
साल 2022 में कांग्रेस पार्टी को 22 साल बाद गैर गांधी अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) मिले. लेकिन खड़गे के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने में राजस्थान की भूमिका भी साल 2022 की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक मानी जाएगी. जहां 25 सितंबर तक यह लगभग तय हो चुका था कि राजस्थान के तीन बार के मुख्यमंत्री और बीते 40 साल से ज्यादा से कांग्रेस आलाकमान के सबसे विश्वसनीय अशोक गहलोत ही कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे, लेकिन नामांकन दाखिल करने के महज 1 सप्ताह पहले एक ऐसी घटना हुई जिसे राजस्थान की कांग्रेस राजनीति के साथ ही देश की कांग्रेस की राजनीति में तो हमेशा याद रखा ही जाएगा.
मुख्यमंत्री ने दी मंजूरी: निशुल्क और रियायती दर पर बस यात्रा के लिए 102.50 करोड़ रुपए की मंजूरी
प्रदेश में निगम की बसों में निशुल्क और रियायती दरों पर यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निशुल्क और रियायती पर यात्रा के लिए 102.50 करोड़ रुपए की मंजूरी दी (Funds approved for free travel in roadways buses) है. इससे 50 से अधिक विभिन्न वर्गों में यात्रियों को निगम की बसों में निशुल्क और रियायती दरों पर यात्रा मिल सकेगी.
जयपुर में बेखौफ बदमाशों का तांडव, पुरानी रंजिश में की दो युवकों की पिटाई...फेसबुक लाइव कर चटवाए जूते
राजधानी के मुहाना थाना इलाके में दो कार में सवार होकर आए बदमाशों ने दो युवकों को रोक उनसे मारपीट की और फिर गाली गलौज करते हुए उनसे (publicly beaten and then shoes licked) जूते चटवाए. इस पूरे घटनाक्रम को आरोपियों ने फेसबुक पर लाइव भी किया. यह पूरा घटनाक्रम 24 दिसंबर का है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच एसीपी मानसरोवर हरिशंकर यादव को सौंपी गई है.
अजमेर की फिल्म लाइब्रेरी, बापू की आवाज और हिन्दी सिनेमा का इतिहास इसकी एक पहचान
अजमेर गंगा जमुनी संस्कृति की ही मिसाल नहीं है बल्कि यहां ऐसी बहुत सी नायाब चीजें हैं जो शहर को खास बनाती हैं (Film Library of Ajmer). राजकीय फिल्म अभिलेखागार यानी State Film Archives उनमें से ही एक है. जो गुजरे पलों को सहेजे हुए है. कई ऐसी आवाजें, ऐसी फिल्में, ऐसे पल हैं जो ऐतिहासिक है. लाइब्रेरी में 4 हजार से भी अधिक फ़िल्म रील और स्ट्रिप्स संजोकर रखी गई है.