कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष जयपुर. 25 फरवरी से 1 मार्च तक तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा होने के बाद आप अभ्यर्थियों को रिजल्ट का इंतजार है. इस संबंध में कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन बोर्ड के कर्मचारियों, जिला प्रशासन, जिला पुलिस के सहयोग से इसे सुरक्षित और निष्पक्ष तरीके से आयोजित कराया गया. लेवल-1 और लेवल-2 के 9 पेपर थे, जिन्हें पारदर्शिता के साथ संपन्न कराया गया. रिजल्ट को लेकर करीब दो से ढाई महीने लग सकते हैं. कोशिश यही रहेगी कि जल्द से जल्द बिना अनावश्यक समय व्यतीत किए रिजल्ट जारी किया जाए.
हालांकि, एक्सपर्ट ओपिनियन लेने के बाद आंसर की 10 से 15 दिन में जारी कर दी जाएगी. वहीं, लेवल-1 की परीक्षा के दौरान जोधपुर में पकड़े गए नकल गिरोह को लेकर उन्होंने कहा कि जोधपुर पुलिस स्थिति स्पष्ट कर चुकी है. ठगी करने के लिए ऐसे गेस पेपर बहुत आते हैं. 150-150 प्रश्नों के दो पेपर थे, जिनमें से एक भी प्रश्न परीक्षा में नहीं आया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रशासन को नेट बंदी के लिए कहा जरूर गया था. लेकिन पहले दिन नेट बंदी नहीं की गई, लेकिन जब अफवाहों का माहौल होता है, तब प्रशासन अपने विवेक से फैसला लेता है.
पढ़ें :Special: राजस्थान में नेटबंदी से त्रस्त छोटे कारोबारी, 3 दिन में हुआ करोड़ों का नुकसान
पद और अभ्यर्थियों की स्थिति : तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा लेवल-1 में 196696 अभ्यर्थियों ने 21000 पदों के लिए परीक्षा दी. ऐसे में एक पद पर 9 अभ्यर्थियों के बीच कंपटीशन है. वहीं, लेवल- 2 के विज्ञान - गणित विषय में 183233 अभ्यर्थियों ने 7435 पदों के लिए परीक्षा में भाग लिया. इसमें एक पद पर 24 अभ्यर्थियों में कंपटीशन है. सामाजिक अध्ययन की परीक्षा में 236275 अभ्यर्थी बैठे. यह परीक्षा 4712 पदों के लिए हुई थी, यानी एक पद पर 50 अभ्यर्थियों के बीच कंपटीशन है. हिंदी में सबसे ज्यादा कंपटीशन है हिंदी में 166370 अभ्यर्थी 3176 पदों के लिए परीक्षा में शामिल हुए.
एक पद पर 52 अभ्यर्थियों के बीच प्रतियोगिता है. इसके अलावा संस्कृत विषय की परीक्षा देने के लिए 57623 अभ्यर्थी बैठे. ये परीक्षा 1808 पदों के लिए हुई थी, यानी एक पद पर 31 अभ्यर्थियों की चुनौती है. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में सबसे कम कंपटीशन अंग्रेजी विषय की परीक्षा में है, जहां 8782 पदों के लिए महज 53271 अभ्यर्थी बैठे. यानी एक पद पर सिर्फ 6 अभ्यर्थियों के बीच कंपटीशन है. इसके अलावा उर्दू की परीक्षा में 806 पदों के लिए 5604 अभ्यर्थी बैठे. जिनमें एक पद पर 7 अभ्यर्थी, पंजाबी की परीक्षा में 272 पदों के लिए 3082 अभ्यर्थी शामिल हुए, यानी एक पद पर 11 अभ्यर्थी और सिंधी की परीक्षा में 9 पदों के लिए 171 अभ्यर्थी शामिल हुए यानी एक पद पर 19 अभ्यर्थियों के बीच कंपटीशन है.
बताया जा रहा है कि इस बार लेवल-1 में 60 प्रतिशत सवाल राजस्थान जनरल नॉलेज के होने के कारण प्रदेश के अभ्यर्थियों को इसका फायदा मिलेगा. 21 हजार पदों के लिए हुई लेवल-1 की परीक्षा में 1 लाख 96 हजार 696 अभ्यर्थी शामिल हुए. जबकि लेवल-2 के 27 हजार पदों पर 7 लाख 5 हजार 629 अभ्यर्थी अपने रिजल्ट और आंसर की का इंतजार कर रहे हैं.