विधायक वेद सोलंकी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मिले जयपुर.नए जिलों को लेकर हुई कैबिनेट बैठक के बाद भी चाकसू के माधोराजपुरा की स्थिति साफ नहीं हो पाई है. माधोराजपुरा को दूदू में शामिल किए जाने की आशंका पर लोगों का धरना जारी है. इसी आशंका को दूर करने पायलट समर्थक चाकसू विधायक वेद सोलंकी शनिवार को मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मिलने पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए विधायक वेद सोलंकी ने कहा कि जिला बनाना मुख्यमंत्री का क्षेत्राधिकार है. किसको जिला बनाना है और किसको नहीं, ये भी वो ही तय करेंगे.
जनता हमें कभी माफ नहीं करेगी: उन्होंने कहा कि दूदू को जिला बनाने से किसी को आपत्ति नहीं है, लेकिन माधोराजपुरा की जनता दूदू में नहीं जाना चाहती. अगर ऐसा हुआ तो जनता हमें कभी माफ नहीं करेगी. उनको जबरदस्ती दूसरे जिले में धकेलना गुनाह है. सोलंकी ने कहा कि जिला बनना पीढ़ियों की बात है, 2 दिन या 5 साल की बात नहीं. हमारा क्षेत्र जयपुर से 20 किलोमीटर पर है, वह 70-80 किलोमीटर दूर दूदू में क्यों जाएगा? हम पूरी तरह जनता के साथ खड़े हैं.
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अभी जनता के मन में आशंका: मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मुलाकात करने के बाद वेद सोलंकी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि माधोराजपुरा दूदू में नहीं जाएगा. हमें आशा है कि माधोराजपुरा को जयपुर ग्रामीण में रखेंगे, लेकिन अब भी जनता में आशंका है. इसी के चलते लोग हजारों की संख्या में धरने पर बैठे हैं. जनता धरने पर से तभी उठेगी जब हमें पूरा आश्वासन मिलेगा. इसी आशंका के चलते आज मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मुलाकात की है. साथ ही रमेश मीणा और रामलाल जाट से भी बात की है.
अपने फायदे के लिए किया जनता को भ्रमित: दूदू विधायक बाबूलाल नागर ने कहा कि कुछ लोगों और कुछ अपरिपक्व नेताओं ने अपने निजी फायदे के लिए जनता को भ्रमित किया है. ऐसे नेताओं ने जनता को अलग तरीके से प्रभावित कर, जबरदस्त तरीके से विरोध शुरू करवा दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि वह हर काम मापदंड के अनुसार करेंगे. सीएम किसी भी क्षेत्र को थोड़ा भी नाराज नहीं करना चाहते. ऐसे मापदंड में तो किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए.
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दूदू में शामिल करने की आशंका पर विरोध: बता दें कि नए जिलों को लेकर कैबिनेट की बैठक में तय हो चुका है कि जयपुर नॉर्थ-साउथ नहीं होकर जयपुर और जयपुर ग्रामीण बनेगा, लेकिन दूदू जिले को लेकर चल रहा विवाद अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है. चाकसू के माधोराजपुरा को लेकर अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि माधोराजपुरा जयपुर ग्रामीण में जाएगा या दूदू में, इस आशंका के चलते अब तक मधोराजपुरा के लोग धरने पर डटे हुए हैं.