जयपुर.चुनावी साल में प्रदेश की गहलोत सरकार की ओर से की जा रही घोषणाओं पर बीजेपी ने निशाना साधा है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार के वादे और इरादे में फर्क है. यदि कांग्रेस कोई वादा भी करती है, तो उसके साथ शर्त जरूर लगाती है. गहलोत सरकार के वादे लुभावने, इरादे कुर्सी बचाने के और हर योजना के साथ शर्त लगाना, ये है कांग्रेस का असल चेहरा है.
मुफ्त बिजली के नाम गुमराह किया :राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने मुफ्त बिजली के नाम पर गुमराह किया है. कांग्रेस ने 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया तो उसके साथ शर्त लगाई कि उपभोक्ता का नाम रजिस्टर्ड होना चाहिए. फिर इन लोगों ने दिमाग लगाया कि इस मुफ्त बिजली की भरपाई कहां से करेंगे तो फ्यूल सरचार्ज लगाकर वसूली करने लगे. इसके बाद प्रदेश में 8 से 9 घंटे पावर कट किए गए.
पढ़ें. सचिन पायलट ने मोदी सरकार को हर मोर्चे पर बताया फेल, अजमेर में गहलोत समर्थक भी मिले, अब इस बात की चर्चा
पावर कट से जनता परेशान : 1 जून 2023 से मुफ्त बिजली की घोषणा की गई और लोगों से अगस्त 2023 तक फ्यूल सरचार्ज ले रहे थे. शहरी क्षेत्रों में वर्ष 2021-2022 और 2022-2023 के बजट में 83 करोड़ की बिजली सब्सिडी दी गई थी, लेकिन सरकार ने फ्यूल सरचार्ज के नाम पर 37 करोड़ 22 लाख की वसूली कर ली. बिजली कटौती से किसानों की 50 फीसदी फसलें बर्बाद हो गई, प्रदेश का हर वर्ग इस कटौती से तंग आ गया. व्यापारी वर्ग हो या प्रदेश के अस्पताल सभी जगह बिजली के पावर कट ने जनता को तंग कर दिया.
पढ़ें. नाबालिग दुराचार के आंकड़ों पर बोली बीजेपी- जब सीएम और गृह मंत्री का जिला सुरक्षित नहीं तो बाकी का राम रखवाला
सरकार के मंत्री धरने पर :राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने दावा किया कि सिर्फ जयपुर में 5000 से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर खराब होने से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली संकट पैदा हो गया. इसका मूल कारण यह था कि सरकार के पास न तो साधन थे और न ही संसाधन. इस काम के लिए जो बजट आया था वह अन्य जगहों पर डायवर्ट कर दिया गया. खुद सरकार के मंत्री अशोक चांदना सरकार के खिलाफ बिजली की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए, इससे बुरा हाल क्या होगा? इसके अलावा एक दिलचस्प वाक्या हुआ कि सरकार ने जिसे श्रेष्ठ अधिकारी बताकर पुरस्कृत किया, उसी अधिकारी को कुछ समय बाद सस्पेंड कर दिया. अब सवाल यह है कि पुरस्कृत करना सही था या सस्पेंड करना सही था?
प्रियंका आई तो घटना बदल गई :राठौड़ ने कहा कि महिला सुरक्षा के नाम पर बात करें तो भीलवाड़ा की घटना ने प्रदेश को हैरान कर दिया. एक महिला का अपहरण कर गैंगरेप किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने गृहमंत्री के कहने पर पीड़िता को ही झूठा बता दिया. इसके पीछे कारण यह था कि कांग्रेस की राष्ट्रीय नेत्री प्रियंका गांधी राजस्थान दौरे पर आई हुईं थीं. जैसे ही प्रियंका गांधी वापस गई तो पुलिस ने मान लिया कि हां गैंगरेप हुआ था. आज सूरतगढ़ में एक महिला का जला हुआ शव बरामद हुआ है. इसके अलावा कांग्रेस ने कोटा में रिवरफ्रंट के नाम पर हजारों करोड़ लगाकर उसे तैयार किया और जब उद्घाटन की बात आई तो कांग्रेस के नेता छिपते फिर रहे हैं. इसका कारण यह है कि कांग्रेस को पता है इसमें जनता की गाढ़ी कमाई को लगाकर घोटाला किया गया है.