जयपुर. राजधानी के किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में हिंदुओं के पलायन के पोस्टर चस्पा होने पर जमकर राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. इस मामले में जहां बीजेपी इसे गहलोत सरकार का तुष्टिकरण बता रही है. वहीं कांग्रेस ने बीजेपी के बयानों को उनकी बौखलाहट बता रही है.
राजधानी के किशनपोल क्षेत्र के वार्ड 69 में रहने वाले ओमप्रकाश पारीक ने स्थानीय पार्षद फरीद कुरैशी के रिश्तेदार को अपना मकान बेच दिया. स्थानीय लोगों ने इसे पार्षद का दबाव बताते हुए वहां हिंदुओं का पलायन जारी के पोस्टर चस्पा कर दिए. जिसके बाद से पक्ष-विपक्ष के नेताओं के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है. इस मामले में अब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि किशनपोल ही नहीं राजस्थान के अनेक क्षेत्र में ऐसी परिस्थितियां हैं. बीते साढ़े 4 साल में अशोक गहलोत सरकार ने तुष्टिकरण किया. पूरे राज्य में जिस तरह से तुष्टिकरण हुआ है उसके अनेकों उदाहरण हैं.
उदयपुर में हुए कन्हैयालाल टेलर हत्याकांड से पहले जिस तरह से राजस्थान में दंगे हुए, अपने वोट बैंक को बढ़ाने के लिए एक मजहब विशेष के लोगों को खुश करने का प्रयास किया गया. अपने वोट बैंक को बनाने के लिए जिस तरह से मंदिरों को ढहाया गया. लगता है एक बार मुगलिया औरंगजेब के शासन का दोबारा स्मरण राजस्थान की जनता ने किया है. ये केवल किशनपोल ही नहीं इसके अलावा भी राजस्थान में कई जगह पर बहुसंख्यक समाज इन आतताइयों के डर और दबाव में है. ये दबाव वो वर्तमान सरकार के संरक्षण के चलते डाल पा रहे हैं. लोग पलायन को मजबूर हैं, लेकिन कितना भी दमन करने की कोशिश की जाए. आखिर में वो कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे.