जयपुर. प्रदेश के सभी जिलों में मंगलवार को पुलिस ने अलसुबह एक साथ छापेमारी की कार्रवाई करते हुए बदमाशों की नींद उड़ा दी. डीजीपी उमेश मिश्रा के निर्देशन और एडीजी क्राइम दिनेश एमएन की मॉनिटरिंग में प्रदेश के सभी जिलों में बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की गई. इस दौरान पुलिस ने 8 हजार से ज्यादा बदमाशों को गिरफ्तार किया. मौके से अवैध हथियार, शराब और मादक पदार्थों के तस्करों के साथ ही खनन माफियाओं के खिलाफ भी कार्रवाई की गई.
सीएम की चेतावनी के बाद पुलिस का एक्शन -बता दें कि 16 अप्रैल को पुलिस दिवस के मौके पर राजस्थान पुलिस अकादमी में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बदमाशों को खुले शब्दों में चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि प्रदेश में किसी भी तरह का संगठित अपराध या माफिया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बदमाशों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा था कि वे सरेंडर कर दें, नहीं तो अंजाम बुरा होगा. पुलिस उन्हें नेस्तनाबूद कर देगी.
डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि संगठित, हार्डकोर और वांछित सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए 18,826 पुलिस अधिकारियों और कार्मिकों की 4,143 टीमों का गठन किया गया. इन टीमों ने 12,854 ठिकानों पर दबिश देकर 8,950 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी, शराब तस्करी और अवैध हथियार के मामलों में 647 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा अन्य आपराधिक गतिविधियों से जुड़े 432 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही 553 स्थायी वारंटी व उद्घोषित अपराधियों को भी इस कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया गया. जबकि 461 हिस्ट्रीशीटर, हार्डकोर और इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी भी की गई है. इसके अलावा विभिन्न प्रकरणों में 6,834 निरोधात्मक कार्रवाई भी की गई है.