जयपुर. अवैध हथियारों के खिलाफ पूरे प्रदेश में युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे अभियान के तहत 8 सितंबर से 11 अक्टूबर तक राजस्थान पुलिस ने अलग-अलग जिलों में कार्रवाई करते हुए कुल 452 प्रकरण आर्म्स एक्ट में दर्ज किए हैं. इसके साथ ही अवैध हथियारों का प्रयोग करने और हथियार तस्करी में जुटे हुए कुल 540 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, आरोपियों के कब्जे से 532 अलग-अलग तरह के हथियार बरामद किए हैं.
राजस्थान में अवैध हथियारों के खिलाफ अभियान... इसके साथ ही आरोपियों के पास से कुल 767 कारतूस और मैग्जीन बरामद की गई हैं. पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच और प्रत्येक जिले की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम इस विशेष अभियान को सफल बनाने में जुटी है. प्रदेश में बढ़ती फायरिंग की घटनाओं और हथियारों के बल पर हुई लूट व अन्य वारदातों के मद्देनजर राजस्थान एटीएस और एसओजी के द्वारा भी जिला पुलिस के साथ मिलकर स्पेशल ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं.
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अवैध हथियारों के विरुद्ध कार्रवाई करने में जयपुर कमिश्नरेट सबसे आगे...
अवैध हथियारों के विरुद्ध जयपुर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन एक्शन अगेंस्ट गन के तहत ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. पूरे प्रदेश में सभी जिलों में जयपुर पुलिस द्वारा ही अब तक अवैध हथियारों के विरुद्ध सर्वाधिक कार्रवाई की गई है. जयपुर पुलिस द्वारा पिछले सवा माह में कार्रवाई करते हुए अवैध हथियारों के साथ 132 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोपियों के कब्जे से 116 हथियार भी बरामद किए गए हैं.
हथियार तस्करों से बरामद विभिन्न प्रकार की गन... मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से तस्करी कर राजस्थान लाए जा रहे हथियार...
एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से बड़ी तादाद में तस्करी कर हथियार राजस्थान के विभिन्न शहरों में सप्लाई करने के लिए लाए जा रहे हैं. हथियार तस्करी के मामले में ईस्टर्न राजस्थान सर्वाधिक प्रभावित इलाका है, जिसकी सीमाएं उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से लगती हैं. इन पड़ोसी राज्यों से कंट्री मेड देशी रिवाल्वर, पिस्टल और कट्टे बड़ी तादाद में राजस्थान लाए जाते हैं. उत्तर प्रदेश में लेथ मशीन पर कंट्री मेड पिस्टल और देसी कट्टे बड़ी तादाद में बनाए जाते हैं और फिर उन्हें तस्करी कर राजस्थान के विभिन्न शहरों में सप्लाई करने के लिए भेजा जाता है. हाल ही में जयपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उत्तरप्रदेश की एक ऐसी गैंग को दबोचा था जो खुद ही हथियारों की मैन्युफैक्चरिंग करते हैं और फिर उन्हें विभिन्न राज्यों में सप्लाई करते हैं. फिलहाल पुलिस राजस्थान में सप्लाई होने वाले अवैध हथियारों के अन्य सोर्स तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.
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युवा अपराधियों में हथियारों का क्रेज घातक...
अवैध हथियारों के विरुद्ध जयपुर पुलिस द्वारा ऑपरेशन एक्शन अगेंस्ट गन चलाया जा रहा है. इस दौरान पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में यह तथ्य सामने आया है कि युवा अपराधियों में हथियारों को लेकर काफी क्रेज देखा जा रहा है. इसके साथ ही हथियारों के साथ ये अपराधी सोशल मीडिया पर भी फोटो अपलोड करके अपने विरोधी गैंग को चेतावनी देते हैं, लोगों को डराने धमकाने का काम भी सोशल मीडिया के माध्यम से किया जा रहा है. ऐसे युवा अपराधी जो सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं, उनके खिलाफ भी पुलिस लगातार कार्रवाई को अंजाम दे रही है. जयपुर पुलिस की सोशल मीडिया सेल लगातार सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर ऐसे लोगों पर नजर रखे हुए है.