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चीन की रहस्यमय बीमारी से बचाव के लिए राजस्थान चिकित्सा महकमे ने कसी कमर, अस्पताल में हुई मॉकड्रिल - Mock drill in SMS hospital

Mock drill in SMS hospital, चीन में फैली रहस्यमय बीमारी से बचाव और उसके संभावित खतरों को देखते हुए बुधवार को राजस्थान चिकित्सा महकमे के निर्देश पर जयपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस में मॉकड्रिल हुआ. इस दौरान अस्पतालों की व्यवस्था को परखा गया.

Mock drill in SMS hospital
Mock drill in SMS hospital

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 29, 2023, 7:29 PM IST

एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा

जयपुर.वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने चीन में बच्चों में बढ़ रहे निमोनिया और सांस लेने की परेशानी पर चिंता जताई है. वहीं, इस रहस्यमयी बीमारी को लेकर प्रदेश के चिकित्सा महकमे को एडवाइजरी जारी की गई है. इसी एडवाइजरी की पालना में चिकित्सा विभाग के निर्देश पर बुधवार को जयपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस में मॉकड्रिल हुआ, जिसमें आईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और बेड्स की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया. चीन में फैल रही बीमारी के लक्षण निमोनिया जैसे हैं. ये बीमारी बच्चों को अपना शिकार बना रही है, जिसमें उन्हें खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो रही हैं.

मेडिकल कॉलेज व बड़े सरकारी अस्पताल में मॉकड्रिल :चीन के अस्पतालों में इस तरह के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हालांकि, चीन ने इस बीमारी को लेकर डब्ल्यूएचओ की ओर से मांगी गई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है. चूंकि विश्व हाल ही में कोरोना से जूझा है. ऐसे में इस बार कोई भी कोताही नहीं बरती जा रही है. भारत में भी इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर दी है, जिसकी पालन सुनिश्चित करते हुए प्रदेश के चिकित्सा विभाग के निर्देश पर सभी मेडिकल कॉलेज और बड़े सरकारी अस्पताल में मॉकड्रिल की गई.

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तैयारी को दुरुस्त करने का निर्देश :जयपुर के एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने बताया, ''चीन में निमोनाइटिस के मरीज अचानक बढ़ने लग गए, जिनमें अधिकतर बच्चे हैं. इसे लेकर भारत सरकार ने जो एडवाइजरी जारी की उसके बाद इस पर काम करते हुए राजस्थान के चिकित्सा महकमे ने भी दिशा निर्देश दिए हैं. खुद चिकित्सा विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सभी चिकित्सा अधिकारियों और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स को इस संबंध में मॉकड्रिल कर तैयारी को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. साथ ही मिलते-जुलते केस सामने आने पर उन्हें नोटिफाई करने की भी बात कही गई है.''

उन्होंने बताया, ''जहां तक बच्चों का सवाल है तो जयपुर में एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े जेके लोन अस्पताल है, जहां सभी तरह की व्यवस्थाएं हैं. यदि पेशेंट किशोरावस्था में लो इम्यूनिटी, गर्भवती महिला, बुजुर्ग आते हैं तो उनके लिए यहां बेड्स, सेपरेट आईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सप्लाई और दवाइयां की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है. वहीं, अगर ऑक्सीजन या दवाइयां की डिमांड बढ़ती है तो उसके लिए भी हम तैयार हैं. इसी को लेकर बुधवार को अस्पताल में मॉकड्रिल किया गया.

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