जयपुर. इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना और नरेगा की तर्ज पर अब मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना के तहत प्रदेश के लोक कलाकारों को 100 दिवस का कला प्रदर्शन का अवसर मिलेगा. इससे लोक कलाओं के प्रदर्शन से लोक कलाकारों के लिए रोजगार का रास्ता भी खुलेगा. योजना के संचालन के लिए राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर को नोडल एजेंसी बनाया गया है. जल्द ही लोक कलाकारों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए वेब पोर्टल शुरू किया जाएगा.
लोक कला और लोक कलाकारों को संरक्षण देने लिए प्रदेश सरकार ने पहल करते हुए 100 दिन का सुनिश्चित रोजगार देने का रास्ता निकाला है. मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना के तहत प्रदेश के लोक कलाकारों को अवसर उपलब्ध कराया जा रहा है. इसे लेकर कला साहित्य मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने कहा कि कांग्रेस सरकार लोक कला का सम्मान करती है. ऐसे में लोक कलाकारों को स्थानीय क्षेत्रों में 100 दिन के कला प्रदर्शन का अवसर सुनिश्चित किया जाएगा. ये योजना सीएम अशोक गहलोत का ड्रीम प्रोजेक्ट है.
मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार लोक कलाकारों को प्रति परिवार हर साल 100 दिवस का लोक कलाओं के प्रदर्शन के जरिए रोजगार दिया जाएगा. इससे लोक कलाकार अपने परिवार का पालन पोषण कर सकेंगे. इसके साथ ही लोक कलाकारों की कला का प्रदर्शन आम जनता के बीच होगा. इससे कलाकारों केे लिए काम के रास्ते भी खुलेंगे. मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि राजकीय कार्यक्रम, उत्सव, मेले, त्योहार, समारोह, स्कूल-कॉलेज प्रोग्राम में कला प्रदर्शन के लिए इन कलाकारों को अवसर दिए जाएंगे.
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लोक कलाकार ऑनलाइन पंजीकरण के लिए जल्द ही वेबपोर्टल शुरू किया जाएगा. जिसमें प्रदेश के सभी लोक कलाकार अपने आधार कार्ड के जरिए पंजीकरण करा सकेंगे. योजना के तहत लोक कलाकारों को प्रोत्साहन कार्ड भी दिया जाएगा. जो कलाकारों का प्राथमिक दस्तावेज होगा. ये कार्ड संबंधित कलाकार की पहचान करेगा. लोक कलाकार को आवेदन करने के बाद रजिस्ट्रेशन, कार्य आवंटन, भुगतान जैसे कार्यों के लिए मोबाइल और मेल पर मैसेज भेज कर अवगत कराया जाएगा.