जयपुर. विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. शनिवार को कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में कांग्रेस के पूर्व विधायक नन्दलाल, पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल और कुछ जिला परिषद सदस्य हैं. साथ ही छात्र नेता रविंद्र भाटी और पूर्व आईपीएस केसर सिंह व भीम सिंह ने भी भाजपा की सदस्यता ली. इसके साथ ही आम आदमी के प्रदेश प्रवक्ता जयपाल सिंह सहित कई कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा का दामन थामा.
इन्होंने किया ज्वाइन : विधानसभा चुनाव से पहले बगावत का दौर जारी है. दलबदल की राजनीति के फेर में दोनों बड़ी पार्टियों के कई नेता आ चुके हैं. इस क्रम में कांग्रेस की पूर्व महापौर और लोकसभा प्रत्याशी रही ज्योति खंडेलवाल ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है और अब वो बीजेपी में शामिल हो चुकी हैं. ज्योति के साथ कांग्रेस के पूर्व विधायक नन्दलाल पुनिया, पूर्व विधायक चंद्रशेखर वैद, पूर्व IPS केसर सिंह शेखवात, पूर्व IPS भीम सिंह बिका, लक्ष्मणगढ़ जिला परिषद सदस्य जितेंद्र सिंह, डॉक्टर हरि सिंह मड़वा, छात्र नेता रविन्द्र सिंह भाटी, आप पार्टी के प्रवक्ता जयपाल सिंह, सांवरमल महरिया, ऑल इंडिया टेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष रवीं निदल, विष्णु प्रताप सिंह सहित करीब दो दर्जन कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा. इन सब को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने पार्टी का दुपट्टा पहनाकर भाजपा ज्वाइन कराई.
पढ़ें : Rajasthan assembly Election 2023: बीजेपी में नेताओं के शामिल होने का सिलसिला जारी, कांग्रेस और आरएलपी के 10 नेताओं ने थामा बीजेपी का दामन
भाजपा सरकार बना रही है : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भाजपा की सदस्यता लेने वाले सभी नेताओं का विश्व के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की विचारधारा में विश्वास है. जोशी ने कहा कि सीएम गहलोत ने गारंटी दी. राजस्थान की जनता उनसे पूछ रही है किसानों की कर्ज माफी की गारंटी का क्या हुआ ? युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने के वादे का क्या हुआ ? सुरक्षा की गारंटी का क्या हुआ ? राजस्थान के विकास की गारंटी का क्या हुआ व महंगाई रोकने की गारंटी का क्या हुआ ?
सीपी जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ईडी को लेकर बोले गए कुत्ता शब्द की भर्त्सना करते हुए निंदा की. उधर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार में भ्रष्टाचार, महिला उत्पीड़न, बेरोजगारी को देखकर इन नेताओं ने कांग्रेस को छोड़कर डबल इंजन की सरकार बनाने के मकसद से भाजपा ज्वाइन की है. राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गारंटी को चुनाव आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन बताते हुए निशाना साधा.
सीएम गहलोत हताशा में हैं : इस दौरान प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. बीजेपी का राजस्थान परिवार और बड़ा हुआ है. यह स्पष्ट है कि गहलोत सरकार जाने वाली है. भाजपा की विजय नहीं ऐतिहासिक विजय होने वाली है. जाते-जाते गहलोत को यह समझ में नहीं आ रहा कि किन शब्दों का उपयोग करना चाहिए. वे सरकारी कर्मचारियों को अपशब्द कह रहे हैं जो दर्शाता है कि कांग्रेस और कांग्रेस के सीएम गहलोत में हताशा है.