जयपुर.साल 2018 के विधानसभा चुनाव में जिन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई थी, उन जीती हुई विधानसभा सीटों में से कई विधायकों और मंत्रियों की टिकट इस बार एंटी इनकंबेंसी और क्षेत्र में नाराजगी के चलते कट सकती है. वहीं, दूसरी ओर 18 सीटें ऐसी भी हैं, जहां पार्टी को बीते चुनाव में मामूली अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा था. ऐसे में इन सीटों में से भी 9 सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस 2000 से भी कम अंतर से हरी थी. ऐसे में पार्टी का फोकस उन 18 विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों पर है, जिन्होंने भले ही जीत दर्ज नहीं की हो, लेकिन उनकी हार का अंतर बहुत कम था.
ऐसे में पार्टी यह मानकर चल रही है कि इस बार इन 18 में से कम से कम आधी सीटें पार्टी जीत लेगी. यही कारण है कि इन 18 सीटों में से इक्का-दुक्का चेहरे को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी चेहरों को पार्टी चुनाव में टिकट रिपीट करने की सोच रही है. साथ ही कहा जा रहा है कि इन 18 में से ज्यादातर विधानसभा सीटों पर पार्टी अपने चेहरे पहली लिस्ट में ही घोषित कर देगी. ताकि प्रत्याशियों को प्रचार के लिए कुछ अतिरिक्त समय मिल सके.
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2000 से कम मार्जिन से हारी सीटें
- आसींद से भाजपा के जबर सिंह सांखला कांग्रेस के मनीष मेवाड़ा से 154 वोटों से जीते
- बूंदी से भाजपा के अशोक डोगरा कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा से 713 वोटों से चुनाव जीते
- चूरू से राजेंद्र राठौड़ कांग्रेस की रफीक मंडेलिया से 1850 वोट से जीते
- पीलीबंगा से भाजपा के धर्मेंद्र कुमार कांग्रेस के विनोद कुमार से 278 वोट से जीते
- फुलेरा से भाजपा के निर्मल कुमावत कांग्रेस के विद्याधर चौधरी से 1132 वोटों से जीते
- मालवीय नगर से कालीचरण सराफ कांग्रेस की अर्चना शर्मा से 1704 वोटों से जीते
- खानपुर से भाजपा के नरेंद्र नगर कांग्रेस के सुरेश गुर्जर से 2265 वोटों से जीते
- मकराना से रुपाराम कांग्रेस की जाकिर कैसवात से 1488 वोटों से जीते
- चौमू से भाजपा के रामलाल शर्मा कांग्रेस के भगवान सहाय सैनी से 1288 वोटों से चुनाव जीते