जयपुर.गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद प्रभारी रघु शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खड़गे (Congress President Mallikarjan Kharge) को अपना इस्तीफा भेज (Poor performance of Rajasthan Congress leaders) दिया. गुजरात में पार्टी को केवल 17 सीटें ही मिली, लेकिन चुनाव से पूर्व दावा किया जा रहा था कि पार्टी यहां बेहतर प्रदर्शन के साथ ही अच्छी संख्या में सीटें निकालेगी. जिसमें वो पूरी तरह से विफल नजर आई. हालांकि, इस करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा ने अपना (Shameful defeat of Congress in Gujarat) इस्तीफा दे दिया. खैर, आपको बता दें कि केवल रघु शर्मा ही नहीं, बल्कि 2014 में यूपीए सरकार की सत्ता से जाने के बाद बीते 10 सालों में राजस्थान के नेताओं का प्रदर्शन बतौर प्रभारी काफी निराशाजनक रहा है.
एक मात्र राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही हैं, जिन्होंने बीते गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रभारी के तौर पर अच्छा प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस को मुकाबले में खड़ा किया था. हालांकि, गहलोत भी सरकार बनाने में विफल रहे थे और उसी प्रदर्शन के तौर पर गहलोत को कांग्रेस के पूरे संगठन का प्रभारी बनाया गया. लेकिन गहलोत को छोड़ दिया जाए तो चाहे रघु शर्मा हो, हरीश चौधरी हो, भंवर जितेंद्र हो, सीपी जोशी हो या फिर मोहन प्रकाश सभी का प्रभारी रहते हुए प्रदर्शन निराशाजनक रहा.
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