गुवाहाटी.असम दौरे पर पहुंचे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को गुवाहाटी में मीडिया से रू-ब-रू हुए, जहां उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान सीएम गहलोत ने सवाल किया कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस एक्ट, 2016 के तहत असम ने क्या हासिल किया? सीएम गहलोत ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पोर्टल पर कम से कम 35,000 आवेदन प्राप्त हुए थे और 20,000 आवेदनों का एक बैकलॉग था और सरकार के पास असम का औद्योगिकीकरण करने की इच्छाशक्ति नहीं थी.
सीएम गहलोत ने बताया कि भाजपा सरकार असमिया पहचान की रक्षा, महिलाओं के प्रति सम्मान, चाय श्रमिकों को उचित अधिकार प्रदान करने में पूरी तरह से विफल रही है, यह असम के युवाओं के साथ न्याय करने के प्रति विशेष रूप से अनभिज्ञ रही है. सीएम गहलोत ने दावा किया कि असम के लोगों ने कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदान की गई 5 गारंटीओं में अपना विश्वास दोहराते हुए भाजपा की ओर से विभाजन और घृणा की राजनीति को दरकिनार कर दिया है.
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सीएम गहलोत ने ये भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार 9 सार्वजनिक उद्यमों की नीलामी करने की योजना में व्यस्त है. एआईडीसी (असम इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉरपोरेशन), असम स्टेट हैण्डलूम कॉर्प लिमिटेड, रतबारीकर शुगर मिल कॉर्प, असम एग्रीकल्चर उद्योग निगम, धींग इंडस्ट्रियल पेपर लिमिटेड, मोरीगांव असम स्पून सिल्क मिल, नागदा असम स्टेट वीविंग एंड कंस्ट्रक्शन कॉर्प लिमिटेड, असम सीमेंट लिमिटेड के माध्यम से असम कंडक्टर्स एंड ट्यूब्स लिमिटेड, असम पावरलूम डेप कॉर्प लिमिटेड को बेचा जाना है.