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नए साल की पूर्व संध्या पर मंदिरों में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, देव दर्शन के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे भक्तगण

बीते साल को गुडबाय कहने और नए साल का बांहें फैलाकर स्वागत करने की कोशिश राजस्थान के विभिन्न शहरों में खूब दिखी (New Year celebration in Rajasthan). एक तरफ सैलानी प्रमुख पर्यटक स्थलों पर स्पॉट किए गए तो वहीं देव दर्शन के साथ नए साल 2023 का आगाज करने वालों की तादाद भी कम नहीं रही. प्रदेश के विभिन्न मंदिरों को खूब सजाया संवारा भी गया (welcome 2023 with dev darshan). अपने इश के दर्शनार्थ आज भी श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगने की उम्मीद है यही देखते हुए विभिन्न मंदिरों में एक शेड्युल जारी किया गया है.

welcome 2023 with dev darshan
welcome 2023 with dev darshan

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Published : Jan 1, 2023, 7:26 AM IST

जयपुर. साल 2023 के आगाज के साथ ही राजस्थान के अलग-अलग क्षेत्रों में मौजूद प्रमुख मंदिरों में बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने के लिए पहुंचे (New Year celebration in Rajasthan). नववर्ष की पूर्व संध्या पर ही राज्य के प्रमुख मंदिरों से जुड़े शहरों में भक्तों की बड़ी भीड़ नजर आई. इस दौरान मंदिरों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया और भक्तों के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए. मंदिरों में प्रातः काल से लेकर शयन आरती तक विशेष झांकियों की व्यवस्था की गई, ताकि भीड़ को नियंत्रित करने के साथ श्रद्धालु अपने आराध्य देव के दर्शन कर सकें.

मेंहदीपुर बालाजी में जुटे भक्त-दौसा जिले में प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को भी रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया. बालाजी मंदिर के गर्भ गृह को फूल बंगला झांकी के साथ सजाया गया. जहां देश के कोने-कोने से पहुंचे हजारों श्रद्धालु बालाजी के दर्शन कर नववर्ष की शुरुआत करेंगे. शनिवार को ही शहर में भक्तों की बड़ी संख्या में भीड़ नजर आने लगी थी. मंदिर ट्रस्ट ने भी श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता इंतजाम किए थे.

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सालासर बालाजी में खास इंतजाम-शेखावटी के प्रसिद्ध सिद्धपीठ सालासर बालाजी धाम पर भी नववर्ष के दिन सुबह से विशेष इंतजाम के बीच भक्त दर्शन लाभ ले सकेंगे (welcome 2023 with dev darshan). यहां सुबह से देर रात तक दर्शनों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. 31 दिसंबर की रात को 12:00 बजे तक बालाजी के दर्शन बंद रहे, रात 1:00 बजे से फिर दर्शनों को सुचारू रूप से खोल दिया गया. यहां जिगजैग लाइन बनवकर भक्तों को दर्शन के लिए गर्भ गृह तक लेकर जाया गया. वहीं सीकर जिले की खाटूश्यामजी में फाल्गुन महीने की तैयारियों के बीच पट बंद होने की वजह से भक्तों को निराश होना पड़ा है. मंदिर ट्रस्ट की ओर से पहले ही इस बारे में अपील जारी करते हुए कहा गया था कि खाटू श्याम जी आने वाले श्रद्धालु अपने घरों से ही नव वर्ष पर ईश्वर की आराधना करें.

गोविंद देव जी मंदिर

जयपुर के प्रमुख मंदिरों में भीड़-नए साल की पूर्व संध्या के मौके पर राजधानी जयपुर के प्रमुख मंदिरों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े. इस दौरान गोविंद देव मंदिर में राधा गोविंद की प्रतिमा के दर्शन का लाभ लिया, तो वही मोती डूंगरी और बिरला मंदिर में भी बड़ी संख्या में पर्यटकों की भीड़ देखने को मिली. खोले के हनुमान जी और काले हनुमान जी मंदिर में भी इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे. आपको बता दें कि राजधानी जयपुर में नए साल के मौके पर बड़ी संख्या में देशभर से श्रद्धालु आए हुए हैं. ऐसे में छोटी काशी के रूप में पहचाने जाने वाले जयपुर में मंदिरों में होने वाले आयोजनों के बीच इन श्रद्धालुओं को बड़ी संख्या में देखा गया.

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