जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज गुरुवार को राजस्व और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सरकार की कमियों पर जमकर सवाल खड़े किए. अपनी बात खत्म करने से पहले जिस तरीके से राजेंद्र राठौड़ ने नौकरशाही को भ्रष्टाचार करने पर चेतावनी दी उससे हर कोई भौचक्का रह गया. राजेंद्र राठौड़ ने कहा एसडीएम के कार्यालय लूट का अड्डा बन गए हैं. सारे कलेक्टर सरकार की सरपरस्ती में सरकार के आला अधिकारियों के कारण और सचिवालय से मिलने वाले आदेशों से भ्रष्टाचार कर रहे हैं.
जनजातियों की विसंगतियां दूर होंः राजेंद्र राठौर ने कहा कि मैं दर्शक दीर्घा में बैठे अधिकारियों को संबोधित नहीं करूंगा लेकिन मैं चेतावनी दे रहा हूं कि सचिवालय से कलेक्टर को आदेश देकर जमीनों की खुर्द-बुर्द कर रहे लोग सावधान हो जाएं. खासकर वे लोग जो भ्रष्टाचार की गंगा में हाथ धोने का काम कर रहे हैं. हम आ रहे हैं, मैं जिम्मेवारी से कह रहा हूं कि हम आ रहे हैं. ज्यादा समय नहीं है 9 महीने बाद आएंगे, जुडिशल कमिशन बनाएंगे और यह जमीनों की लूट को नाक से निकालकर रहेंगे. कुछ विसंगतियों को लेकर भी उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि धाणका एंट्री नंबर 4 पर अनुसूचित जनजाति में है और धानका और धानक्या भी अनुसूचित जनजाति में होते थे. अब धाणका को सर्टिफिकेट नहीं मिल रहा. इसी तरीके से नायक और नायकडा कुछ ऐसी स्थिति में है. यहां विसंगतियां है,जिन्हें दूर करने की आवश्यकता है. राठौर ने कहा कि पहले मीना और मीणा को लेकर भी विवाद हुआ लेकिन वसुंधरा राजे ने उसे ठीक किया. उसी तरीके से इन मामलों को भी ठीक करने की आवश्यकता है.