जयपुर. राजस्थान की 16वीं विधानसभा के उद्घाटन सत्र का आगाज बुधवार को हंगामेदार हुआ. विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्यपाल के अभिभाषण के बिना सत्र बुलाने पर कड़ी आपत्ति जताई. जबकि पहले ही दिन कांग्रेस के सभी विधायक बाजू पर काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाजू पर काली पट्टी बांधकर ही विधायक की शपथ ली.
दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने शार्ट नोटिस पर और बिना राज्यपाल के अभिभाषण के विधानसभा का उद्घाटन सत्र बुलाने पर कड़ी आपत्ति जताई. शांति धारीवाल ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण से सदन की कार्रवाई शुरू करने की परंपरा रही है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 24 घंटे पहले सूचना मिलती है कि भजन है. इस पर भाजपा विधायकों ने आपत्ति जताई. हालांकि, प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने कहा कि सबसे पहले नवनिर्वाचित विधायकों की शपथ होगी. उसके बाद ही इन सब विषयों पर चर्चा की जाती है. ऐसी परंपरा रही है.