जयपुर. विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर कांग्रेस ने छोटी ही सही, लेकिन अपनी तीसरी प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. इसके बाद भाजपा ने अपनी शेष 76 सीटों पर मंथन करना शुरू कर दिया है. कोर ग्रुप की बैठक में शुक्रवार को तीन नामों का पैनल तैयार किया जाएगा. अब जो शेष 76 सीटें हैं, वो ही भाजपा के लिए सबसे मुश्किल डगर है, क्योंकि 76 में से 66 सीटें वो है जहां भाजपा पिछला चुनाव हार चुकी है. बीजेपी को इस बात का डर सता रहा है कि अगर इन सीटों पर प्रत्याशी बदल दिए जाए तो कहीं पहली सूची की तरह विरोध खड़ा नहीं हो जाए.
कोर ग्रुप की बैठक में मंथन आज : पहली और दूसरी सूची से उठे बवाल के बाद अब बीजेपी हर सीट पर गंभीरता से मंथन कर रही है. इनमें से भी पार्टी उन सीटों को अलग श्रेणी में रखकर चल रही है, जहां विरोध की आशंका है. बताया जा रहा रहा है कि तीसरी सूची को लेकर कोर कमेटी की इस बैठक में भाजपा तीन नामों का पैनल तैयार करेगी. ये पैनल तैयार होने के बाद दिल्ली में कोर ग्रुप के चुनिंदा लोगों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के साथ बैठक होगी. इसी बैठक में हर सीट पर एक-एक नाम फाइनल होंगे. इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में अगले सप्ताह केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में तीसरी सूची पर मुहर लग जाएगी.
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इन 76 सीटों पर होगा मंथन :सादुलशहर, करनपुर, सूरतगढ़, हनुमानगढ़, खाजूवाला, कोलायत, सादुलपुर, सरदारशहर, पिलानी, खेतड़ी, सीकर, खंडेला, विराटनगर, शाहपुरा, जमवारामगढ़, हवामहल, सिविल लाइन, आदर्श नगर, किशनपोल, किशनगढ़ बांस, बहरोड, रामगढ़, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़, कठूमर, कामां, भरतपुर, नदबई, बयाना, बसेड़ी, बाड़ी, राजाखेड़ा, टोडाभीम, करौली, महुवा, सिकराय, दौसा, गंगापुर, निवाई, टोंक, मसूदा, लाडनूं, डीडवाना, खींवसर, मारवाड़ जंक्शन, ओसियां, भोपालगढ़, फलोदी, लोहागढ़, शेरगढ़, सरदारपूरा, जोधपुर, लूणी, जैसलमेर, शिव, बाड़मेर, पचपदरा, गुढा मालानी, भीनमाल, रानीवाड़, बांसवाड़ा, मांवली, वल्लभनगर, कपासन, बेगूं, डेगाना, भीम, शाहपुरा (जयपुर), हिण्डोली, केशोरायपाटन, पीपल्दा, कोटा उत्तर, लाडपुरा, रामगंज मंडी, अंता, किशनगंज, बारां-अटरू.
76 में से 10 सीटें भाजपा के पास : इन 76 सीटों में से 10 सीटें ऐसी हैं, जहां अभी भाजपा के विधायक हैं. बाकी सभी सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. जीती हुई सीटों में शाहपुरा, केशोरायपाटन, भीनमाल, सूरतगढ़, रानीवाड़ा, फलोदी, लाडपुरा, रामगंजमंडी, मावली, कपासन विधानसभा सीटें हैं. हालांकि इनमें से भी केशोरायपाटन और रामगंजमंडी से मौजूदा भाजपा विधायकों ने सीट बदलाने की इच्छा जताई है. अब भाजपा के सामने दोहरी चुनौती है. अगर हारी हुई सीट पर प्रत्याशी बदला जाए तो पहली सूची की ही तरह विरोध होना तय है. वहीं, अगर हारे हुए प्रत्याशी को मैदान में उतारा जाए तो लंगड़े घोड़े पर दांव लगाने वाली कहावत सी बात होगी.