जयपुर.राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार आखिरी दौर की तरफ है. ऐसे में राजनीतिक दलों का मतदाताओं को रिझाने की हर सम्भव कोशिश जारी है. एक तरफ सीएम गहलोत सात गारंटियों को आधार बना कर मतदाताओं से वोट की अपील कर रहे हैं, वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी प्रदेश की जनता को पत्र लिख कर आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 5 साल के लिए आशीर्वाद मांगा है. साथ ही उन्होंने लिखा कि कांग्रेस के पिछले 5 सालों के शासन को देखकर लगता है कि कांग्रेस ने राजस्थान की जनता से मानो किसी पुरानी दुश्मनी का बदला निकाल हो. इस कुशासन को खत्म करने के लिए प्रदेश के मतदाता भाजपा के पक्ष में वोट करें.
ये लिखा पत्र में: पीएम मोदी ने पत्र में लिखा कि राजस्थान की पुण्य भूमि को प्रणाम करता हूं, जहां जन्मे वीरों और वीरांगनाओं ने सदैव इस देश पर पड़े संकट का डट कर मुकाबला किया है. मैं यहां के गौरवशाली इतिहास को नमन करता हूं जो त्याग, वीरता, तपस्या और बलिदान का प्रमाण है. अगले कुछ दिनों में राजस्थान में मतदान होने वाला है. ऐसे समय में जब आप सभी अपने मताधिकार का प्रयोग करने जा रहे हैं. मेरे विचार में आया कि मैं अपनी बात आपके बीच रखूं और आपसे बीजेपी के लिए आशीर्वाद मांगू.
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उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि 5 वर्ष पूर्व आपने अपनी इस तपोभूमि की आकांक्षाएं पूरी करने की जिम्मेदारी कांग्रेस को दी थी, लेकिन दुर्भाग्य से इन 5 वर्षों में राजस्थान को लाचार कानून-व्यवस्था, महिलाओं के खिलाफ बेकाबू अपराध, निरंकुश प्रशासन और हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार ही देखने को मिला. कांग्रेस ने राजस्थान की साख को जो नुकसान पहुंचाया है. उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस ने इन 5 वर्षों में राजस्थान से किसी पुरानी दुश्मनी का बदला लिया है.
पीएम मोदी ने लिखा कि राजस्थान की धरती हमेशा से ईमानदारी, न्याय और लोक शासन की प्रतीक भूमि रही है. जब भी राजस्थान के बारे में बात होती है, तो हमारे मन में हमेशा सम्मान, गौरव और मर्यादा के एक राज्य की तस्वीर बनती है, लेकिन आज राजस्थान के लोगों को कांग्रेस सरकार के कारण शर्मिंदा होना पड़ रहा है. कांग्रेस ने राजस्थान को अपराधों में नंबर एक राज्य बना डाला है. राजस्थान में कांग्रेस ने जिस तरह असमाजिक तत्वों को खुली छूट दी, उसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी. आज स्थिति ये है कि राजस्थान में अपनी आस्था का पालन भी मुश्किल हो गया है. अपनी तुष्टिकरण की नीति के कारण कांग्रेस सरकार आपराधिक तत्वों पर कार्रवाई करने तक से बच रही है.