जयपुर.बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारीकर दी है. इस सूची में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबियों को ज्यादा तवज्जो दी गई है. पहली सूची के बाद दूसरी सूची में राजे को मिली तवज्जो के बाद अब प्रदेश की सियासत में तो चर्चाएं हो ही रही हैं, इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी वसुंधरा राजे ट्रेंड कर रहीं हैं. सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वसुंधरा राजे टॉप ट्रेंडिंग पर चल रहीं हैं.
टिकट में मिली तवज्जो :भारतीय जनता पार्टी की पहली लिस्ट में शामिल 41 नाम में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके समर्थक नेताओं के नाम बाहर होने के बाद राजस्थान में राजनीतिक चर्चाओं का दौर लगातार जारी था. इस बीच दूसरी लिस्ट के बाद इन चर्चाओं पर अब ब्रेक लग गया है. प्रत्याशियों की दूसरी सूची में 83 नाम की घोषणा की गई है. इस सूची को अगर देखा जाए तो इसमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को तवज्जो मिली है. राजे अपने समर्थकों को टिकट दिलाने में कामयाब रहीं हैं. बताया जा रहा है कि 83 में से 30 से ज्यादा नाम पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समर्थकों के हैं.
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सोशल मीडिया एक्स पर ट्रेंडिंग :प्रत्यशियों की दूसरी सूची में जिस तरह से वसुंधरा राजे के समर्थकों को तरजीह दी गई, उसके बाद प्रदेश की सियासत में भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं. माना जा रहा था कि पहली सूची में जिस तरह से वसुंधरा राजे को दरकिनार किया गया है, उसके बाद अब राजस्थान में उनकी राजनीति के लिए ज्यादा कुछ बचता नहीं है. वहीं, राजे ने दूसरी सूची में जिस तरह से अपने समर्थकों को टिकट दिलाने में कामयाबी हासिल की, उसके बाद वसुंधरा राजे के फिर से पावर में आने की चर्चाएं जोर पकड़ चुकीं हैं. आलाकमान तक उन्होंने अपनी मजबूती को दिखा दिया है. लिस्ट जारी होने के बाद से ही वसुंधरा राजे सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ट्रेंड कर रहीं हैं.
विरोध के बीच राजे मजबूत :दरअसल, राजनीति के पंडित कहते हैं कि बीजेपी की पहली प्रत्याशियों की सूची में जिस तरह से विरोध खड़ा हुआ, वह अभी तक शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. 41 नाम की सूची के बाद दो दर्जन से ज्यादा जगह पर लगातार विरोध बना हुआ है. बताया जा रहा है कि जहां पर विरोध हो रहा है उसमें ज्यादातर वसुंधरा राजे के समर्थक थे, जिनका टिकट या तो काटा गया या फिर मजबूत दावेदार होने के बावजूद उन्हें नहीं दिया गया. लगातार चल रहे विवाद और बवाल के बीच पार्टी को बैकफुट पर आना पड़ा और दूसरी सूची में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को अहमियत देनी पड़ी.