जयपुर.राजस्थान में कांग्रेस सरकार कैसे रिपीट हो, इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक के बाद एक कई योजनाओं को लागू कर रहे हैं. हर वर्ग को साधने के लिए बोर्ड बनाने से लेकर हर तरीके का लाभ देने का प्रयास कर रहे हैं. गहलोत सरकार के टारगेट पर महिलाओं के साथ ही युवा भी हैं जिनके लिए नौकरियां, ग्रामीण और शहरी ओलंपिक, से लेकर हॉस्टल खोलना और पढ़ाई में बेहतर अवसर देने के काम शामिल हैं. लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि कांग्रेस पार्टी युवा वोटर को साधने के लिए कितने टिकट युवाओं को देगी. ताकि युवा वोटर को ये युवा नेता प्रभावित कर सकें और उनका वोट भी ले सकें.
युवा चाहता अपने लिए टिकट: राजस्थान में कुल 5 करोड़ 27 लाख मतदाता इस बार मतदान कर सकेंगे. इनमें आधे से ज्यादा मतदाता यानी 2 करोड़ 51 लाख मतदाता 20 साल से 39 साल की उम्र के हैं. इनमें से भी 22 लाख मतदाता वे हैं, जो पहली बार अपना वोट कास्ट करेंगे. यही कारण है कि राजस्थान कांग्रेस के हरावल दस्ते एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के साथ ही कांग्रेस पार्टी के संगठन के अन्य युवा नेता अपने लिए पहले से ज्यादा टिकट की मांग कर रहे हैं जिनकी आयु 40 से कम है.
2 दर्जन से ज्यादा युवा टिकट की कतार में: कांग्रेस पार्टी ने साल 2018 के विधानसभा चुनाव में अशोक चांदना, हनुमान मील, गणेश घोघरा, चेतन डूडी, दौलत मीणा, सुभाष मील, मनीष यादव, मुकेश भाकर, इंद्रराज गुर्जर, रंजू रामावत, प्रशांत बैरवा, दानिश अबरार, रामनिवास गावड़िया समेत करीब 15 टिकट यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई से जुड़े नेताओ को दिए थे. इनमें से अशोक चांदना, गणेश घोघरा, चेतन डूडी, मुकेश भाकर, इंद्रराज गुर्जर, प्रशांत बैरवा, दानिश अबरार और रामनिवास गावड़िया ने पार्टी को जीत भी दिलाई थी.