जयपुर.प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी दल तैयारियों को धार दे रहे हैं. कांग्रेस-बीजेपी दोनों प्रमुख दलों के साथ ही कुछ अन्य स्थानीय और बाहरी दल भी दमखम दिखाने लगे हैं. इन सब के बीच प्रदेश के नौकरशाहों की नजर भी विधानसभा चुनावी मैदान पर है. अलग-अलग पेशे से जुड़े अफसर कांग्रेस और भाजपा के टिकट से इस बार चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं. इतना ही नहीं बाहरी दलों से भी नौकरशाह चुनाव में भाग्य आजमाना चाहते हैं. ब्यूरोक्रेट्स की पहली पसंद बीजेपी है. बीजेपी से 2 दर्जन से ज्यादा नौकरशाह चुनाव में टिकट की दावेदारी कर रहे हैं.
बीजेपी पहली पसंद :नौकरशाहों का चुनावी मैदान में भाग्य आजमाने का ये पहला मामला नहीं है. राजस्थान ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी ब्यूरोक्रेट्स किसी न किसी राजनीतिक दल के साथ चुनावी मैदान में उतरे हैं और जीतकर भी आएं हैं. कुछ अधिकारी सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में भाग्य आजमाते हैं तो कुछ स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर चुनावी रण में कूद पड़ते हैं. राजस्थान में भी नौकरशाहों का राजनीतिक पार्टियों का दामन थामने का सिलसिला जारी है. इस बार रोचक बात यह है कि ब्यूरोक्रेट्स की पहली पसंद बीजेपी दिख रही है.
पूर्व जज, कलेक्टर से लेकर डॉक्टर, प्रोफेसर भी शामिल : पिछले दिनों 24 से ज्यादा अधिकारियों ने भाजपा में अपना विश्वास जताते हुए पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इनमें से किसी भी अधिकारी ने सीधे तौर पर चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं जताई, लेकिन पार्टी की तरफ से टिकट मिलने पर मनाही भी नहीं की है. प्रदेश में दो दर्जन सीटों पर प्रशासनिक सेवा से जुड़े अफसर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. इनमें पूर्व जज, कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, आईएएस, डॉक्टर, प्रोफेसर आईपीएस, पूर्व मुख्यमंत्री ओएसडी, कर्मचारी नेता शामिल हैं. पूर्व प्रशासनिक अधिकारी अब पार्टी की रीति-नीति और राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़कर संगठन में काम करने की दुहाई दे रहे हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर की निगाह चुनावी मैदान पर है.
यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा : जानकारों की मानें तो पूर्व IAS चंद्रमोहन मीणा बस्सी से, पूर्व IPS रामदेव सिंह खंडेला से, पूर्व IAS कैलाश चंद्र वर्मा, पूर्व IAS सत्यपाल सिंह भादरा, पूर्व RAS खेमराज खोलिया बगरू से, कर्मचारी नेता महेश व्यास बीकानेर से, एमपी के पूर्व डीजीपी रहे पवन कुमार जैन राजाखेड़ा से, पूर्व RAS माताराम रिणवा डेगाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं. रिटायर्ड अधिकारी माताराम रिणवा ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रवादी पार्टी है. मौजूदा दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश को आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं, उनकी विचारधारा से प्रभावित होकर बीजेपी का दामन थामा है. पार्टी अगर चुनाव लड़ने के लिए आदेश देगी तो डेगाना से चुनाव लड़ने की इच्छा है.
ये हुए बीजेपी में शामिल : पिछले दिनों भाजपा में 24 से अधिक अधिकारियों ने बिना किसी शर्त के पार्टी की सदस्यता ली. इसमें रिटायर्ड जज किशनलाल गुर्जर, पूर्व इनकम टैक्स अधिकारी ओमप्रकाश पहाड़िया, पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त के आर मेघवाल, पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त नरेंद्र गौड़, इनकम टैक्स ऑफिसर ओमप्रकाश मीणा, मध्य प्रदेश के पूर्व DGP पवन कुमार जैन, पूर्व रेलवे में अधिकारी किशन लाल मेघवाल, पूर्व IAS चंद्रमोहन मीणा, पूर्व IAS पृथ्वीराज मीणा, पूर्व IAS डॉ. सत्यपाल सिंह, पूर्व IAS भंवर लाल मेघवाल का नाम शामिल है.