चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया जयपुर.राजस्थान की सत्ता में वापसी के लिए एक बार फिर से भाजपा परिवर्तन यात्रा के जरिए माहौल बनाने की तैयारी में जुटी है. साथ ही इस बार यात्रा में काफी कुछ बदलाव किए गए हैं, जिनमें दो प्रमुख हैं. अबकी एक की जगह चार यात्राएं निकाली जाएंगी. वहीं, इन यात्राओं में कोई एक चेहरा नहीं होगा, बल्कि सामूहिक नेतृत्व होगा. खास बात यह है कि चारों दिशाओं से निकलने वाली इस यात्रा को भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व हरी झंडी दिखाकर रवाना करेगा और ये राज्य की चारों दिशाओं में करीब 9 हजार किलोमीटर का सफर तय करेगी.
सामूहिक नेतृत्व में निकलेगी यात्रा - प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के बीच भाजपा की ओर से निकाली जाने वाली परिवर्तन यात्राओं का दिन और रूट भी फाइनल कर दिया गया हैं. इसके साथ यह भी तय हो गया कि इन यात्राओं की शुरुआत कौन करेगा?. खास बात यह है कि पार्टी ने इस बार प्रदेश के किसी नेता को इन यात्राओं का चेहरा नहीं बनाया है यानी किसी भी एक नेता के नेतृत्व में ये यात्राएं नहीं निकाली जाएगी. सभी यात्राओं में प्रदेश के प्रमुख और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने कहा कि इन यात्राओं में प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेता, विधायक, पूर्व मंत्री, सांसद, केंद्रीय मंत्री और प्रदेश पदाधिकारी मौजूद रहेंगे.
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चारों यात्राओं का रूट तय - चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने कहा कि चारों दिशाओं से निकलने वाली ये यात्राएं प्रदेश की कुल 200 विधानसभाओं को कवर करेंगी. इस दौरान चारों यात्राएं प्रदेश में कुल 8,982 किलोमीटर का सफर तय करेगी, हालांकि कुछ आंशिक बदलाव हो सकता है. यात्राओं की शुरुआत सवाई माधोपुर त्रिनेत्र गणेश मंदिर से 2 सितंबर को होगी. इस यात्रा का शुभारंभ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे. यह यात्रा 47 विधानसभाओं को 18 दिन में तय करेगी. जिसमें भरतपुर व जयपुर संभाग और टोंक जिले से होते हुए 1,847 किलोमीटर का सफर तय करेगी. वहीं, इसका समापन जयपुर में होगा. इसी तरह से दूसरी यात्रा 3 सितंबर को डूंगरपुर के बेणेश्वरधाम से रवाना होगी, जिसे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हरी झंडी दिखाएंगे.
ये यात्रा उदयपुर संभाग, कोटा संभाग और भीलवाड़ा जिले की 52 विधानसभाओं को कवर करेगी. 19 दिनों तक चले वाली ये यात्रा 2,433 किलोमीटर का सफर तय करके कोटा शहर पहुंचेगी, जहां इसका समापन होगा. तीसरी यात्रा जैसलमेर के रामदेवरा से 4 सितंबर को शुरू होगी. इसको केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रवाना करेंगे. यह यात्रा चारों यात्राओं में सबसे लंबी होगी, जो 51 विधानसभाओं को कवर करेगी. 18 दिन में 2,574 किलोमीटर सफर तय करते हुए जोधपुर संभाग, अजमेर संभाग और नागौर जिले की इस यात्रा का समापन जोधपुर में होगा. चौथी यात्रा हनुमानगढ़ गोगामेड़ी मंदिर से 5 सितंबर को शुरू होगी. इस परिवर्तन यात्रा को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी रवाना करेंगे. यह यात्रा 18 दिन में बीकानेर संभाग, झुंझुनू व सीकर जिले से होते हुए 2,128 किलोमीटर का सफर तय करेगी. इसका समापन अलवर में होगा.
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यात्रा में शामिल होंगी वसुंधरा राजे - चुनाव प्रबंधन समिति के सह संयोजक ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि हम चारों दिशाओं से यात्रा निकाल रहे हैं, जो गांव और पंचायत स्तर तक जाएगी. इनमें सभाएं भी आयोजित होंगी. इसके अलावा हर जिले में वहां के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. यात्रा के लिए चार आकर्षक रथ तैयार किए गए हैं. इन यात्राओं में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की भूमिका को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका भी नेतृत्व होगा. पार्टी के काम का विस्तार हुआ है और हमें सब जगह जाना है. इसलिए यात्रा को सब अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है.