जयपुर. युवा आक्रोश रैली के दौरान मंगलवार को शहरवासी भी आक्रोशित दिखे. कारण था शहर में लगा ट्रैफिक जाम. शहर के जेएलएन रोड, टोंक रोड, एमआई रोड और वॉल सिटी एरिया में गाड़ियां रेंगती रही. इस जाम में मरीजों को अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस भी फंसी रही और स्कूली छात्र भी बस और ऑटो में घर पहुंचने का इंतजार करते रहे.
आक्रोशित दिखी जाम में फंसी जनता... युवा आक्रोश रैली के दौरान मंगलवार को शहर दो हिस्सों में बंट गया, परकोटा और बाहरी क्षेत्र, चूंकि एमआई रोड पर गवर्नमेंट हॉस्टल से लेकर सांगानेरी गेट तक नो ट्रैफिक जोन किया गया. शहर में यातायात व्यवस्था में किये गए इस बदलाव से जेएलएन रोड, टोंक रोड से परकोटे में पहुंचने वाले लोगों को आधे से ज्यादा शहर घूमना पड़ा, तो वहीं जो लोग एमआई रोड तक पहुंच पाए उन्हें यहीं जाम से जूझना पड़ा.
पढ़ें- राहुल के 'रण' में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर...
ईटीवी भारत ने शहर भर का जायजा लिया और ट्रैफिक जाम में फंसी आम जनता से बात भी की, तो लोगों में शहर के बीच कराई जा रही राजनीतिक रैली को लेकर आक्रोश दिखा. लोगों ने कहा कि इस तरह की रैलियां शहर के बाहर होनी चाहिए. राजनेता आम जनता की परेशानी को नहीं देखते. रैली या सभा का मतलब ये नहीं होना चाहिए कि आम जनता परेशान होती रहे. वहीं सभा के दौरान जगह-जगह एंबुलेंस भी जाम में फंसी रही, तो स्कूली वाहन भी इस जाम का हिस्सा बने. जिससे छात्रों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.
इससे पहले रामनिवास बाग में यातायात का आवागमन सोमवार को ही बंद कर दिया गया था. ऐसे में 2 दिन में शहर के रास्ते जाम और जाम से शहर की आम जनता परेशान रही. यातायात पुलिस द्वारा किए गए सभी दावे फेल