जयुपर. देश की लोकसभा से कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करने को लेकर कांग्रेस ने लोकसभा अध्यक्ष और कोर्ट पर निशाना साधा है. प्रदेश के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हम कोर्ट के फैसले से सहमत नहीं हैं, क्योंकि आज तक ऐसा नहीं हुआ कि बयान के आधार पर 2 साल की सजा कोर्ट दे और लोकसभा की सदस्यता रद्द की जाए.
खाचरियावास ने कहा कि ऐसा लोकसभा अध्यक्ष पहला देखा है, जो भाजपा का कार्यकर्ता बनकर काम कर रहा है. वर्तमान लोकसभा अध्यक्ष न लोकसभा ढंग से चला सकते हैं, ना ही देश का भला कर सकते हैं. ओम बिरला के बारे में सब जानते हैं. हमारी सरकार से गलती हुई, जो ओम बिरला को विधानसभा में बुलाकर मालाएं पहनाईं. यह लोकसभा अध्यक्ष उसके लायक नहीं है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी शुरू से कह रहे हैं कि लोकसभा अध्यक्ष मेरा माइक बंद करते हैं. मेरे से व्यक्तिगत रंजिश रखते हैं. आज ओम बिरला ने यह फैसला कर राहुल गांधी की बात को साबित भी कर दिया है. खाचरियावास ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता बनकर लोकसभा अध्यक्ष ने जो किया है, वह गैरकानूनी है. हम कोर्ट और सड़क पर लड़ाई जीतेंगे.
पढ़ें:राहुल की सदस्यता रद्द करने पर बिफरे अशोक गहलोत, बोले सीएम-तानाशाहीपूर्ण है यह निर्णय
गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा ने केंद्र की मोदी सरकार पर विपक्ष की आवाज को दबाने के आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग चोरी कर देश का पैसा लूट कर देश से भाग गए हैं, अब वह ओबीसी के हैं या उनका सरनेम मोदी है, तो उनको चोर कहना कोई गुनाह नहीं है. चोर को चोर ही कहा जाता है. रघु शर्मा ने कहा कि अगर अडानी सही है, तो जेपीसी की मांग क्यों स्वीकार नहीं की जा रही. जबकि बोफोर्स मामले में जब घोटाले के आरोप लगाकर विपक्ष ने जेपीसी गठित करने की मांग की तो हमने जेपीसी भी गठित की. इसमें दूध का दूध और पानी का पानी भी हो गया.