जयपुर. फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल्स ऑफ राजस्थान के बैनर तले फीस भुगतान की मांग को लेकर निजी स्कूल संचालकों का धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन 9वें दिन भी जारी है. 10 नवंबर से शुरू हुए निजी स्कूल संचालकों के आंदोलन से दो महिला स्कूल संचालक लगातार आमरण अनशन पर बैठी हुई हैं. 8वें दिन मंगलवार रात को अनशन पर बैठी हेमलता शर्मा की तबीयत अचानक खराब हो गई. प्रशासन ने जबरन उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है.
फीस भुगतान की मांग को लेकर निजी स्कूल संचालकों का 9वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी फीस भुगतान की मांग को लेकर 10 नवंबर से दो महिला स्कूल संचालक हेमलता शर्मा और सीमा शर्मा आमरण अनशन पर बैठी हुई हैं. मंगलवार रात को हेमलता शर्मा की तबीयत खराब हो गई और प्रशासन की ओर से उन्हें जबरन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चिकित्सकों के अनुसार हेमलता शर्मा की दोनों किडनियों में इंफेक्शन है और यूटीआई में भी दिक्कत आ रही है.
डॉक्टर्स ने हिदायत दी है कि यदि आमरण अनशन जारी रखा तो ऑर्गन फेल हो सकते है. वहीं शर्मा ने कहा है कि वह जल्द स्वस्थ होकर फिर से धरना स्थल पर लौटेगी. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार द्वारा वार्ता के लिए पहल नहीं की जाती तब तक आमरण अनशन लगातार जारी रहेगा. धरने में बुधवार को अन्य जिलों से आए हुए निजी विद्यालयों के संचालक और शिक्षक भी शामिल होंगे.
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इससे पहले आमरण अनशन पर बैठी अन्य महिला स्कूल संचालक सीमा शर्मा की भी तबीयत खराब हो चुकी है. उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था लेकिन अगले ही दिन सेहत में सुधार होने पर वह वापस आमरण अनशन में शामिल हो गई.
स्कूल संचालकों में सरकार के प्रति रोष-
फीस भुगतान को लेकर दोनों महिला स्कूल संचालक फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल्स ऑफ राजस्थान के बैनर तले 10 नवंबर से आमरण अनशन पर है. लेकिन सरकार की ओर से अभी तक उन्हें वार्ता का कोई न्योता नहीं मिला जिसके कारण निजी स्कूलों में आक्रोश व्याप्त है. मंगलवार को प्रदेश भर के फोरम के प्रतिनिधि भी जयपुर आए थे और उन्होंने सरकार और शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की थी. निजी स्कूल संचालकों ने चेतावनी भी दी थी कि दो दिन में यदि कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया तो निजी स्कूल संचालक उग्र आंदोलन करेंगे.