पहलवानों के समर्थन में उपवास रखकर किया धरना प्रदर्शन जयपुर.डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलनरत पहलवानों के समर्थन में सोमवार को राजस्थान यूथ बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम लांबा की अगुवाई में उपवास किया गया. जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में गांधीवादी तरीके से उपवास करते हुए बृजभूषण शरण के खिलाफ केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग की गई. दरअसल, दिल्ली में आंदोलनरत पहलवानों के समर्थन में सोमवार को जयपुर में राजस्थान यूथ बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम लांबा अपने सहयोगियों के साथ उपवास पर बैठे. इस दौरान चरखा चलाकर सूत कातते हुए गांधीवादी तरीके से उन्होंने अपना विरोध व्यक्त किया.
साथ ही लांबा ने कहा कि आज भारत में लोकतंत्र, संविधान और मानवीय मूल्यों को कुचला जा रहा है. यहां बेटियों और खिलाड़ियों की आवाज को दबाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो बेटियां भारत का गौरव हैं, जिन्होंने दुनिया भर में भारत का मान बढ़ाया, उन बेटियों की आवाज को दबाया जा रहा है. हालांकि, जब उन्होंने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई तब उनकी एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई. खैर, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एफआईआर तो दर्ज हो गई है, पर जिस एक्ट में एफआईआर दर्ज हुई है उसमें तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए. लेकिन आज तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है और जब इसका विरोध किया जाता है तो बलपूर्वक विरोध करने वाले पहलवानों को उठाकर फेंक दिया जाता है.
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लांबा ने आगे कहा कि भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि जिन्होंने भारत का मान बढ़ाया, उनके साथ ऐसा व्यवहार हुआ हो. इसका हर किसी ने न सिर्फ देश, बल्कि देश के बाहर भी खिलाड़ी और सामाजिक चेतना रखने वाले लोगों ने विरोध किया. यहां तक कि वर्ल्ड रेसलिंग फेडरेशन ने भी कहा कि इस तरह के चित्र डराने हैं. बावजूद इसके केंद्र सरकार के कानों तले जूं तक नहीं रेंग रही है. ऐसे में हर भारतीय का यह फर्ज है कि वो लोकतंत्र की बहाली और देश का मान बढ़ाने वाली बेटियों के साथ खड़े हो.
लांबा ने कहा कि आज पहलवान बेटियां हताशा से भरी है. वो अपने मैडल गंगा में विसर्जित करेंगी तो उस हताशा के दौर में हर भारत के नागरिक को ये भरोसा दिलाना चाहिए कि वो अकेली नहीं हैं. लांबा ने कहा कि कि वो 15 दिन पहले ही उनसे मिलकर आए थे. राजस्थान यूनिवर्सिटी के गेट पर पहलवानों के समर्थन में मार्च भी रखा गया था. जयपुर में कैंडल मार्च भी निकाला और उन्हें जरूरत पड़ेगी तो उनके लिए दिल्ली भी जाएंगे.
वहीं, मुख्य खेल अधिकारी वीरेंद्र पूनिया ने कहा कि भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. जब पॉक्सो एक्ट में एफआईआर दर्ज हो गई है तो गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है. यही वजह है कि हम उपवास रखकर बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग किए. उन्होंने आगे मामले को पॉलिटिकल रूप दिए जाने को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोगों पर भी कई गंभीर आरोप लगाए.
उधर, बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिक पहलवान के बयानों से पलटने का दावा किया जा रहा है. हालांकि इस संबंध में अब तक दिल्ली पुलिस की तरफ से कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है. इससे पहले पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. जिसमें पहलवानों ने बृजभूषण को गिरफ्तार करने, फेडरेशन से बृजभूषण परिवार को बेदखल करने और उनके खिलाफ चार्जशीट पेश करने की मांग रखी थी. जिस पर अमित शाह ने उन्हें बिना भेदभाव पूरी जांच किए जाने का भरोसा भी दिलाया था.