जयपुर. सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण की संपत्ति कुर्क की जाएगी. सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों की रोकथाम संशोधन अधिनियम के तहत ये कार्रवाई होगी. संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई को लेकर उच्च शिक्षा विभाग से मिली मंजूरी के बाद अब पुलिस प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक आरोपी छोटूराम खद्दा की संपत्ति पर भी सरकार कब्जा करेगी.
सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती, कांस्टेबल भर्ती, हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती, सीएचओ जैसी कई परीक्षाओं में पेपर लीक करने वाले आरोपियों की संपत्ति सरकार अब अपने कब्जे में लेगी. पेपर लीक मामले को लेकर एसओजी ने बीते साल विधानसभा में पारित राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों की रोकथाम संशोधन अधिनियम के तहत मामले दर्ज कर उच्च शिक्षा विभाग को संपत्ति कुर्क करने के संबंध में प्रस्ताव भेजा था.
इस कानून के अनुसार पेपर लीक से जुड़े आरोपियों की संपत्तियों को कुर्क करने का प्रावधान है. इस आधार पर एसओजी की ओर से मुख्य आरोपी सुनील ढाका और भूपेंद्र सारण की संपत्तियों को जब्त करने का प्रस्ताव उच्च शिक्षा विभाग को भेजा था. जिस पर विभाग की ओर से मंजूरी दे दी गई है. इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव डॉ फिरोज अख्तर ने प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए आगामी कार्रवाई के लिए एसओजी को लिखा है. इसके साथ ही एसओजी अब आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा, शेर सिंह और अन्य आरोपियों की संपत्ति को भी चिह्नित कर रही है.