जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को शासन सचिवालय के कांफ्रेंस हॉल में युवा, खिलाड़ी, महिला, प्रोफेशनल्स एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के साथ बजट पूर्व संवाद (Pre budget meeting by CM Gehlot) किया. हालांकि इस संवाद में आधे से ज्यादा आमंत्रित लोग नहीं पहुंचे. इसके अलावा इस कार्यक्रम में तकनीकी खराबी के चलते माइक बंद हो गए. इसके चलते सीएम को बिना माइक ही संवाद कार्यक्रम करना पड़ा.
सीएम ने बिना माइक लिए सुझाव: गहलोत के बजट पूर्व संवाद मीटिंग में गुरुवार को अचानक माइक खराब हो गए. जिसकी वजह से सीएम को बिना माइक के बजट सुझाव लेने पड़े. मीटिंग शुरू होने पर जैसे ही मुख्य सचिव उषा शर्मा बोलने लगीं, तो माइक में तेज गति से बीप की आवाज आई. ये आवाज इतनी तेज थी कि सभी स्पीकर्स को बंद करना पड़ा. टेक्निकल डिपार्टमेंट की ओर से किये गए प्रयास के बाद भी माइक सही नहीं हो पाए. बाद में बिना माइक के बजट संवाद कार्यक्रम हुआ. बताया जा रहा है इस तकनीकी खामी की वजह से सीएम गहलोत भी नाराज हुए और संबंधित अधिकारीयों को लताड़ भी लगाई.
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आधे भी नहीं पहुंचे: गहलोत के बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम में आधे भी आमंत्रित सदस्य नहीं पहुंचे. महिला अधिकारिता विभाग की जारी सूची के अनुसार 60 से ज्यादा युवा, महिला, प्रोफेशनल्स और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया था. लेकिन आधे आमंत्रित सदस्य शामिल नहीं हुए. हालांकि बताया जा रहा है कि गुरुवार की यह बैठक आनन-फानन में की गई. 1 दिन पहले यानी 21 दिसंबर को ही सभी को आमंत्रित किया गया. इनमें से ज्यादातर लोग जयपुर से बाहर होने की वजह से इस बैठक में शामिल नहीं हुए.
ऐसा होगा आगामी बजट: मीटिंग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि युवा, खिलाड़ी, महिलाएं, प्रोफेशनल्स और विद्यार्थी राज्य के विकास की अहम कड़ी हैं. उनकी ऊर्जा और क्षमताओं का सही दिशा में उपयोग कर प्रदेश के विकास को नई सोच के साथ नई दिशा दी जा सके, इसके लिए राज्य सरकार लगातार फैसले ले रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले बजट में भी युवाओं और महिलाओं के सुझावों को स्थान दिया था और आगामी बजट भी उनकी आकांक्षाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप बनाया जाएगा.
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युवाओं को योग्यतानुसार मदद: उन्होंने कहा कि राजस्थान के युवा अपनी योग्यता के दम पर राज्य के विकास में भागीदार बनें. सरकार उन्हें हर कदम पर प्रोत्साहित करेगी और पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराएगी. महिला उद्यमिता को बढ़ावा देकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में तेजी से राज्य सरकार आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि युवा उद्यमियों और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को नीतिगत फैसलों के साथ योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहन दिया जा रहा है.
सीएम ने मीटिंग में कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी ने आईटी के माध्यम से युवाओं को आधुनिक युग से जोड़ने का सपना देखा था. राज्य सरकार भी इसी दिशा में काम कर रही है. राज्य सरकार एक करोड़ से ज्यादा प्रदेशवासियों को पेंशन दे रही है. मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से आमजन को महंगे उपचार की चिंता से मुक्ति मिली है. पुरानी पेंशन योजना को लागू किया गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सामाजिक सुरक्षा को आधार बनाकर कार्ययोजना तैयार करनी चाहिए. साथ ही पूरे देश के लिए समान पेंशन योजना नीति बनानी चाहिए.
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प्रगतिशील सोच से ही समाज और प्रदेश आगे बढ़ेगा: गहलोत ने कहा कि महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार और विकास में भागीदार बनाने के लिए दहेज, घूंघट एवं बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं का उन्मूलन बेहद जरूरी है. समाज की प्रबुद्ध एवं प्रोफेशनल महिलाएं और युवा वर्ग इन बुराइयों को दूर करने के लिए अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करें. उनकी प्रगतिशील सोच से ही समाज और प्रदेश आगे बढ़ेगा.
ये रहे मौजूद: बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, मुख्य सचिव उषा शर्मा, मुख्यमंत्री सलाहकार गोविन्द शर्मा और निरंजन आर्य, प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोड़ा, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज, पूर्व मेयर ज्योति खण्डेलवाल, राजस्थान प्रगतिशील महिला फेडरेशन की निशा सिद्धू, उपाध्यक्ष राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद सतवीर चौधरी, युवा उद्यमी नेहा गुप्ता, पैरालंपिक पदक विजेता कृष्णा नागर, कबड्डी विशेषज्ञ कृपाशंकर शर्मा सहित बड़ी संख्या में युवा, महिला, प्रोफेशनल्स एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.