जयपुर. जोधपुर के ओसियां में 4 लोगों को जिंदा जलाने के मामले पर प्रदेश में सियासी पारा गर्म हो गया है. बीजेपी ने सदन से लेकर सड़क तक इस मुद्दे पर गहलोत सरकार को निशाने पर ले लिया है. विधानसभा में विपक्ष की ओर से इस घटना पर हंगामा किया गया. उपनेता प्रतिपक्ष डॉ सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह से महिलाएं, बच्चियां सुरक्षित नहीं थी, उससे हालात पहले से ही खराब थे, अब लोगों को जिंदा जलाने की घटनाओं ने यह साबित कर दिया कि प्रदेश में सरकार का इकबाल खत्म हो गया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा सीएम के गृह जिले में ऐसी घटना हों तो प्रदेश के क्या हाल होंगे, समझ सकते हैं.
अंतिम दोषी व्यक्ति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत -उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश की जिस तरह से बदल कानून व्यवस्था है, उससे यह कहा जाए कि हर दिन हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं, तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. जिस तरह से जोधपुर में घटना हुई और लोगों को जिंदा जला दिया गया, इस घटना ने ये साबित कर दिया कि प्रदेश में सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था विपक्ष का प्रमुख मुद्दा है और इसी मुद्दे को लेकर सदन में पहले दिन से लगातार सरकार को घेरा जा रहा है. प्रदेश में महिलाएं, बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं, उन्हें घर से बाहर निकलने में डर लगने लगा है. यह सब प्रदेश सरकार के साढ़े 4 साल के कुशासन का परिणाम है. पूनिया ने कहा कि इन सब घटनाओं का अंतिम दोषी व्यक्ति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं. प्रदेश ही नहीं देश के पहले सबसे विफल गृहमंत्री साबित हुए हैं मुख्यमंत्री. बीजेपी युवा मोर्चा पर लाठीचार्ज को लेकर सतीश पूनिया ने कहा कि कल बीजेपी के कार्यकर्ताओं को जो लाठी पड़ी है, उस एक-एक लाठी का हिसाब जनता मांगेगी.
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सीएम गृह जिला सुरक्षित नहीं- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला सुरक्षित नहीं है तो प्रदेश में क्या कानून व्यवस्था होगी, इसका अंदाजा लगा सकते हैं. सीएम के गृह जिले में 4 लोगों को जिंदा जला देना अपने आप को बताता है कि प्रदेश के किस तरह की कानून व्यवस्था है. सरकार ने अपने घोषणापत्र में सुशासन देने की बात की थी, लेकिन सरकार सुशासन नहीं बल्कि जंगलराज देने में कामयाब रही है. प्रदेश की मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म होता है, युवतियों को तेजाब डालकर जला दिया जाता है, स्कूल में सामूहिक दुष्कर्म होता है. यह सब घटनाएं बता रही हैं कि प्रदेश की जनता असुरक्षित है. उन्होंने कहा कि बड़ा दुर्भाग्य है कि राजस्थान में अपराध का रिकॉर्ड बढ़ता जा रहा है और प्रदेश के मुखिया कहते हैं कि 65 फीसदी महिलाएं झूठे मुकदमे दर्ज करा रही हैं.
सीएम का गृह जिला सिरमौर -नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आपका गृह जिला जो राजस्थान का सिरमौर माना जाता है वो अपराध और भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया है, 6 महीने की मासूम और उसके पूरे परिवार को मारकर घर में ज़िंदा जलाना एक जघन्य अपराध है. प्रदेश की जनता ने आपको और आपकी सरकार को मौका दिया और उनको मौत मिल रही है. राठौड़ ने कहा कि गहलोत को अब जोधपुर को अपना गृहनगर नहीं कहना चाहिए.
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सीएम की संवेदना नहीं जागी -केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात ने कहा कि ओसियां के पास रामनगर में एक परिवार के चार लोगों की हत्या, जिसमें 6 महीने की मासूम भी शामिल है, झकझोर देने वाली घटना है. सुबह से पूरा जोधपुर क्षेत्र स्तब्ध है, लेकिन मुख्यमंत्री की संवेदना नहीं जागी होंगी. ये प्रकरण आपसी रंजिश से अधिक कानून-व्यवस्था के अस्तित्व का है. इस जघन्यता के दौरान कहां थी पुलिस? कितनी आसानी से अमानवीयता कर गए अपराधी. आपको कोई हक नहीं जनता को दिलासा देने का, आपकी अक्षमता की वजह से राज्य में आपराधिक वातावरण तैयार हुआ है.