सियासी दिग्गजों ने खेली कबड्डी. जयपुर.जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में शनिवार को राजीव गांधी ग्रामीण व शहरी ओलंपिक खेलों का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगाज किया. इस दौरान एग्जीबिशन मैच के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टॉस किया और राजनीति के दिग्गज कबड्डी खेलने के लिए मैट पर उतरे. इस बीच कई युवा, बच्चे और बुजुर्गों ने भी कबड्डी में अपना हुनर दिखाया.
खत्म हुआ खिलाड़ियों का इंतजार - वहीं, प्रदेश के 58 लाख से ज्यादा खिलाड़ियों का इंतजार शनिवार को खत्म हो गया. राजीव गांधी ग्रामीण व शहरी ओलंपिक खेलों का फ्लैग ऑफ और मशाल जलाकर शुरुआत की गई. यहां खेले गए कबड्डी के एग्जिबिशन मैच में पहले महिला खिलाड़ियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया.
इधर, पुरुष खिलाड़ियों के साथ ही राजस्थान के कई कैबिनेट मंत्री भी कबड्डी के मैट पर नजर आए. इसमें कैबिनेट मंत्री महेश जोशी, लालचंद कटारिया, गोविंद राम मेघवाल और खेल परिषद अध्यक्ष कृष्णा पूनिया एक तरफ दिखे तो दूसरी ओर खेल मंत्री अशोक चांदना और प्रताप सिंह खाचरियावास मौजूद रहे. इस दौरान शुरुआत में सभी मंत्री सेल्फ आउट होते हुए दिखे.
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जैसे-जैसे खेल का जोश चढ़ा लालचंद कटारिया ने दो बार और गोविंद राम मेघवाल ने एक बार रेडर को कैच किया. जबकि अशोक चांदना ने भी रेडिंग में अपना हुनर दिखाया. इस बीच जयपुर की राजनीति से जुड़े दो दिग्गज प्रताप सिंह खाचरियावास और महेश जोशी अलग-अलग टीम में नजर आए, जो चर्चा का विषय रहे.
इससे पहले एसएमएस स्टेडियम में खेलों का आगाज करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हिन्दुस्तान में पहली बार शहरी और ग्रामीण ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई है. राजस्थान में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और हर खिलाड़ी को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलना चाहिए. इसे ध्यान में रखते हुए इन ओलंपिक खेलों की शुरुआत की गई है.
पिछली बार 30 लाख खिलाड़ियों ने पंजीकरण कराया था, जबकि इस बार 58 लाख से ज्यादा खिलाड़ी विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि कृष्णा पूनिया जब ओलंपिक में मेडल आ सकती हैं, तो प्रदेश के और भी खिलाड़ी ऐसा कर सकते हैं. यही वजह है कि गांव, शहर और कस्बों की प्रतिभा को सामने लाने का प्रयास किया जा रहा है. राजस्थान का ये सफल प्रयोग और भी राज्य अपना रहे हैं.
वहीं, खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि प्रदेश में 5 सालों में खेलों का भूगोल और इतिहास बदल गया है. जहां खेलों को स्टेट बजट में 50 करोड़ सालाना मिला करते थे, वहीं इस साल बजट बढ़कर 500 करोड़ हुआ है. उन्होंने कहा कि कई लोग कई प्रकार की बातें करते हैं, लेकिन भारतीय समाज में उन लोगों को बेशर्म कह दिया जाता है. मुख्यमंत्री ने खेलों का बजट भी बढ़ाया है और अब स्टेट गेम की सौगात भी दी है.
यही नहीं खिलाड़ियों को नौकरियों की सौगात दी है. जबकि खेल परिषद अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने कहा कि आउट ऑफ टर्न पॉलिसी से नियुक्ति हो रही है. आज इन खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री ने जो पंख दिए हैं, उससे ये खिलाड़ी भविष्य में राष्ट्र ध्वज लेकर उड़ेंगे. इन खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को आगे उचित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. इस दौरान खिलाड़ियों ने खेलों के प्रति अपने जज्बे को दिखाते हुए परेड भी की. वहीं समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 8.26 करोड़ की लागत का ऑल वेदर स्विमिंग पूल का लोकार्पण भी किया.