छात्र संघ चुनाव की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस ने भांजी लाठी. जयपुर.छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी. शुक्रवार को राजस्थान महाविद्यालय के छात्रों ने पहले यूनिवर्सिटी गेट पर सद्बुद्धि यज्ञ किया और फिर उसके बाद कुलपति सचिवालय पर ताला जड़कर, जेएलएन रोड जाम करने की कोशिश की. इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए छात्रों को खदेड़ा और 5 छात्रों को हिरासत में ले लिया.
प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में इस साल छात्र संघ चुनाव होंगे या नहीं इस पर अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. दरअसल, हर बार छात्र संघ चुनाव की अधिसूचना जुलाई के आखिरी सप्ताह में जारी कर दी जाती है, लेकिन इस बार अगस्त के 11 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक छात्र संघ चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है. जिसके चलते छात्र अब राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन की राह पर उतरे हैं.
इसे भी पढ़ें - छात्रसंघ अध्यक्ष कार्यालय में तोड़फोड़, राजस्थान यूनिवर्सिटी की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर उठे सवाल
शुक्रवार को राजस्थान महाविद्यालय के छात्रों ने यूनिवर्सिटी मेन गेट पर सद्बुद्धि यज्ञ किया और इसके बाद अपनी मांग को लेकर कुलपति सचिवालय पहुंचे, लेकिन यहां कुलपति से वार्ता नहीं होने से गुस्साए छात्रों ने पहले सचिवालय के गेट पर ताला जड़ दिया और फिर उसके बाद प्रदर्शन करते हुए यूनिवर्सिटी के मेन गेट से बाहर निकल जेएलएन रोड पर जाकर बैठ गए. ऐसे में पुलिस ने पहले छात्रों से समझाइश की कोशिश की, लेकिन जब वो नहीं माने तो आखिरकार पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. वहीं, पुलिस के लाठीचार्ज में 6 छात्रों के हाथ, पैर और पीठ पर गंभीर चोट आई है. इनमें से एक की हालात थोड़ी गंभीर है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
वहीं, पांच छात्रों को हिरासत में भी लिया गया. छात्रों ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर शांतिपूर्वक तरीके से अपना विरोध दर्ज करा रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन पर लाठीचार्ज किया. ऐसे में अब छात्र संघ चुनाव की तारीखों का ऐलान करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठेंगे. आपको बता दें कि छात्र संघ चुनाव को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव पहले ही कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस पर अंतिम फैसला लेंगे. अब छात्र नेता एक स्वर में छात्रसंघ चुनाव कराए जाने की अपील कर रहे हैं.