जयपुर.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल राजस्थान के दौरे पर आ रहे हैं. पीएम का ये दौरा कई मायनों में खास है, क्योंकि अपने इस दौरे के दौरान पीएम राजस्थान को रेलवे, हाईवे और मेडिकल से जुड़ी एक साथ कई बड़ी सौगातें देने वाले हैं. साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पीएम मारवाड़ और मेवाड़ में भाजपा की सियासी जमीन को मजबूत करने की भी कोशिश करेंगे. दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद अब भाजपा पूरी तरह से राजस्थान पर फोकस बनाए हुए है. राज्य में 5-6 माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में अब पार्टी पीएम के दौरे के साथ ही चुनावी आगाज करने जा रही है. इसके लिए भाजपा ने मेवाड़ और मारवाड़ की जमीन को चुना है. पीएम यहां अपने दौरे के दौरान सबसे पहले नाथद्वारा श्रीनाथजी मंदिर पहुंचेंगे, जहां पूजा-अर्चना के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे. राज्य के सियासी जानकारों की मानें तो पीएम मोदी के इस दौरे का जोधपुर और उदयपुर संभाग की 61 सीटों पर असर पड़ेगा.
5वीं बार राजस्थान आ रहे पीएम -प्रदेश में इसी साल चुनाव होने हैं. ऐसे में भाजपा के केंद्रीय नेताओं की नजरें राजस्थान पर टिकी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले 9 महीनों में 5वीं बार राजस्थान आ रहे हैं. पहली बार 30 सितंबर, 2022 को पीएम अम्बा माता के दर्शन के लिए सिरोही आए थे. हालांकि, तब मोदी कार्यक्रम में काफी देर से पहुंचे. इसलिए उन्होंने मंच पर आकर जनसभा में उपस्थित लोगों को प्रणाम करते हुए देरी से आने पर माफी भी मांगी थी. साथ ही नियमों का हवाला देते हुए माइक पर जनसभा को संबोधित नहीं किया और सिर्फ इतना ही कहा था कि जल्द ही वो वापस लोगों के बीच हाजिर होंगे. दूसरी बार 1 नवंबर, 2022 को आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम आए तो तीसरी बार 28 जनवरी, 2023 को गुर्जर समाज की ओर से आयोजित देवनारायण जयंती समारोह में शामिल होने के लिए भीलवाड़ा आए थे. चौथी बार 12 फरवरी, 2023 को दौसा में दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे के दिल्ली दौसा लालसोट मार्ग का शुभारम्भ करने के लिए पहुंचे थे और अब 5वीं बार 10 मई को सिरोही के आबूरोड आ रहे हैं.
इसे भी पढ़ें - पीएम मोदी कल देंगे राजस्थान की जनता को करोड़ों रुपए की सौगात
इन सीटों पर पड़ेगा असर -पीएम मोदी की सभा का असर वैसे तो मारवाड़ और मेवाड़ की सभी सीटों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पड़ने वाला है. लेकिन सिरोही, जालोर, पाली, उदयपुर और राजसमंद भी इससे अछूता नहीं रहेगा. हालांकि, दक्षिण राजस्थान के जिलों में भाजपा की स्थिति पहले से ही मजबूत है. इन पांच जिलों में कुल 26 विधानसभा सीटें हैं. जिनमें से 19 सीटों पर भाजपा का कब्जा है. दक्षिण राजस्थान के अन्य तीन जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ में कुल 11 सीट हैं. इनमें से अभी भाजपा के कब्जे में महज तीन ही सीटें हैं.