जयपुर.राजधानी जयपुर में करीब सवा महीने पहले भारतीय जनता पार्टी की जन आक्रोश रैली के दौरान पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के पीएसओ (गनमैन) की सरकारी पिस्टल चोरी के मामले का आखिरकार गुरुवार को खुलासा हो गया है. जयपुर आयुक्तालय की सीएसटी ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वह बावरिया गैंग का शातिर जेबतराश है. उसके कब्जे से पिस्टल और कारतूस बरामद कर लिए गए हैं. जबकि इस वारदात में शामिल दो अन्य बदमाशों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि गत 13 जून को भाजपा की जन आक्रोश रैली के दौरान पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के पीएसओ लगे कांस्टेबल महेंद्र कुमार की सरकारी पिस्टल चोरी हो गई थी. इसे लेकर महेंद्र कुमार ने अशोक नगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था. इस वारदात के खुलासे और बदमाशों की धरपकड़ के लिए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (संगठित अपराध) सुलेश चौधरी के निर्देशन और सुपरविजन और सीआई बनवारी लाल मीना के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था. इस टीम ने अशोक नगर थाना पुलिस के सहयोग से कार्रवाई करते हुए पुरुषोत्तम उर्फ घनश्याम को गिरफ्तार कर चुराई गई सरकारी पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.
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शातिर जेबतराश है आरोपी, भीड़ में करता है वारदातः प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी पुरुषोत्तम उर्फ घनश्याम मूलतः भरतपुर की रणजीत नगर कच्ची बस्ती का रहने वाला है और जयपुर में बी-2 बाईपास पर खानाबदोश के रूप में रह रहा है. वह रैलियों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाकर जेबतराशी की वारदातों को अंजाम देता है. वह भरतपुर का शातिर जेबतराश है. उसने पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथी रामा वाडिया उर्फ शंकर और बिरजू के साथ 13 जून को भाजपा की जन आक्रोश रैली में जेबतराशी की वारदातों को अंजाम देने के लिए घुस गए. उसके साथी रामा वाडिया और बिरजू ने भीड़-भाड़ और धक्का-मुक्की का फायदा उठाकर पुलिसकर्मी के पॉर्च में रखी सरकारी पिस्टल और कारतूस निकाल लिए.
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ऊंचे दाम में बेचने की फिराक में थेःपिस्टल चोरी के बाद रामा वाडिया ने यह पिस्टल पुरुषोत्तम को दिखाई और 5-6 दिन बाद वह पिस्टल उसे देकर चला गया. उसने कहा था कि यह पिस्टल और कारतूस किसी को महंगे दाम पर बेच देंगे. इस पर पुरुषोत्तम ने पिस्टल अपने पास छुपाकर रख ली थी. आरोपी पुरुषोत्तम किसी पैसे वाले को पिस्टल दिखा और डरा-धमकाकर लूट की वारदात को अंजाम देने की फिराक में था. लेकिन वह वारदात करता इससे पहले पकड़ा गया. उससे पूछताछ में जेबतराशी की कई अन्य वारदातों का खुलासा होने की संभावना है.