जयपुर. राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाए जाने पर सदन के मुख्य द्वार पर कटारिया के सम्मान में फोटो सेशन हुआ. इस फोटो सेशन में राजस्थान विधानसभा के सभी सदस्यों को बुलाया गया. लेकिन सचिन पायलट के साथ यहां भी एक किस्सा हो गया. जिसके चलते उन्हें अग्रिम पंक्ति की कुर्सियों में बैठने की जगह दूसरी लाइन में विधायकों के साथ खड़ा होना पड़ा. दरअसल, हुआ यह कि जब फोटो सेशन हो रहा था तो अग्रिम पंक्ति में बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई थी, जब पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी अग्रिम पंक्ति की कुर्सी पर बैठने के लिए पहुंचे तो उन्होंने देखा कि हर कुर्सी पर बैठने वाले मंत्री या नेता का नाम लिखा हुआ था.
Rajasthan Vidhansabha: कटारिया के सम्मान में फोटो सेशन, पायलट को नहीं मिली अग्रिम पंक्ति में जगह, फिर जानें आगे क्या हुआ
राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के सम्मान में फोटो सेशन का आयोजन हुआ. इसमें सदन के सभी सदस्यों को बुलाया गया, लेकिन यहां सचिन पायलट के साथ खेला (Honor Photo Session in Rajasthan Vidhansabha) हो गया.
इस सूची में किसी कुर्सी पर सचिन पायलट का नाम नहीं था. ऐसे में सचिन पायलट पीछे जाकर खड़े हो गए. जिसे भांपते हुए मंत्री रामलाल जाट अपनी कुर्सी से खड़े हो गए और सचिन पायलट को आगे आने के लिए मनाने लगे. लेकिन पायलट ने रामलाल जाट को आगे आने से इनकार कर दिया. उन्होंने दूसरी पंक्ति में खड़े होकर ही फोटो खिंचवाई. अग्रिम पंक्ति में बैठने वालों में पायलट कैंप के मंत्री हेमाराम को छोड़ दिया जाए तो बाकी मंत्री बृजेंद्र ओला और मुरारी लाल मीणा सचिन पायलट के साथ ही पीछे खड़े रहे. हालांकि, सभी मंत्रियों के लिए कुर्सियां आगे लगाई गई थी, लेकिन फिर भी मंत्री सुखराम बिश्नोई, राजेंद्र यादव और अशोक चांदना ने अपनी कुर्सी अन्य वरिष्ठ नेताओं को बैठने के लिए खाली कर दी.
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