जयपुर. जलदाय विभाग लगातार जल जीवन मिशन के तहत कार्य कर रहा है. प्रतिदिन जल कनेक्शन देने की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. जल जीवन मिशन में प्रतिदिन होने वाले जल कनेक्शनों की संख्या 31 जनवरी को 8343 तक पहुंच गई जो इस वित्तीय वर्ष में एक दिन की सर्वाधिक संख्या है. यह जानकारी जलदाय मंत्री महेश जोशी ने बुधवार को दी.
महेश जोशी ने बताया कि जल जीवन मिशन में जनवरी माह में 675 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं. 31 जनवरी को एक दिन के सर्वाधिक 766 कनेक्शन जयपुर जिले में किए गए. इसके अलावा 713 कनेक्शन के साथ डूंगरपुर दूसरे जबकि 545 जल कनेक्शन के साथ भीलवाड़ा तीसरे स्थान पर रहा. जोशी ने बताया कि जनवरी में जल जीवन मिशन के तहत 1 लाख 60 हजार 389 कनेक्शन हुए हैं.
पढ़ें:गजेंद्र सिंह शेखावत का हमला...कहा- पीने का पानी देने के लिए गहलोत सरकार पर पैसे नहीं, भ्रष्टाचार के लिए मोबाइल जैसी रेवड़ियां बांटी जा रही हैं
वित्तीय वर्ष 2022-23 में अभी तक 8 लाख 40 हजार घरों तक नल से जल पहुंच चुका है. जनवरी माह में लक्ष्य के मुकाबले प्रतिशत के आधार पर देखें तो झालावाड़ जिले ने सर्वाधिक 69 प्रतिशत जल कनेक्शन किए हैं. वहीं भीलवाड़ा 68 प्रतिशत के साथ दूसरे, चित्तौड़गढ़ 63 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के साथ तीसरे स्थान पर रहा. जैसलमेर जिले में लक्ष्य के मुकाबले सबसे कम जल कनेक्शन हुए.
पढ़ें:Jal Jeevan Mission in Jodhpur: जलशक्ति मंत्री के गृह जिले में जल जीवन मिशन की सुस्त रफ्तार, गति तेज करने के दिए निर्देश...
ने जल जीवन मिशन के तहत प्रतिदिन जल कनेक्शन की संख्या 8 हजार से अधिक पहुंचने को विभाग की बड़ी उपलब्धि बताया और इसे लगातार बढ़ाकर तय लक्ष्य हासिल करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. उन्होंने कहा कि जनवरी के आखिरी दिन की इस उपलब्धि को फरवरी माह में भी बरकरार रखते हुए अधिक से अधिक ग्रामीण घरों को जल कनेक्शनों से जोड़ा जाए. उन्होंने कनेक्शनों में पिछड़ने वाले जिलों को अपनी गति बढ़ाकर तय लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए.
पढ़ें:Jal Jeevan Mission Scheme : जल जीवन मिशन योजना में राजस्थान का प्रदर्शन खराब, लेकिन डीडवाना प्रदेश में अव्वल
जोशी ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 33 लाख 45 हजार 131 परिवारों के पास नल के माध्यम से जल पहुंच रहा है. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने अभी तक 39521 गांवों के लिए 93.87 लाख जल संबंधों की स्वीकृतियां ले ली गई हैं. 86 वृहद परियोजनाओं के तहत 9234 गांवों में 22.21 लाख जल संबंधों के लिए 10 हजार 835 करोड़ रुपए के कार्यादेश जारी हो चुके हैं. अन्य वृहद परियोजनाओं पेयजल योजनाओं में 17,336 गांवों में 41.47 लाख जल संबंधों की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई है.