जयपुर. भारतीय मजदूर संघ से संबंध कर्मचारियों ने जयपुर स्थित विद्युत भवन पर तबादला के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने सरकार और मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पदाधिकारियों का कहना है कि राजनीतिक द्वेष के चलते ये तबादले किए गए हैं.
इस दौरान कर्मचारियों ने बताया कि प्रशासन ने कोटा वृत्त के पदाधिकारी और सदस्यों का राजनीतिक द्वेष के चलते निगम और संभाग स्तर पर आदेश जारी किया गया है जिसका संगठन विरोध करता है. हालांकि, डिस्कॉम एमडी ए के गुप्ता ने तबादला निरस्त करने से मना कर दिया है. इसके बाद कर्मचारी मंत्री बीडी कल्ला से बात करने के लिए रवाना हो गए.
भारतीय मजदूर संघ की जिला महामंत्री लाखन सिंह गुर्जर ने बताया कि हमारे संगठन के पदाधिकारियों के तबादले राजनीतिक द्वेषता के चलते किये गये हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सरकार को पैसा इकट्ठा करना है. इसलिए अधिकारियों के तबादले किए गए हैं. उन्होंने कहा कि तकनीकी कर्मचारियों को जिले से बाहर नहीं भेजा जाता है, यह नियम बना हुआ है. इसके बावजूद भी तकनीकी कर्मचारियों के स्थानांतरण कर दिए गए.
गुर्जर ने कहा कि हमारा कर्मचारी हमेशा मौत से जूझता है और इन लोगों ने उसे तनाव में लाकर खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि मार्च का महीना रेवेन्यू जमा करने का होता है और मार्च में कभी तबादला भी नहीं होता है. इसके बावजूद भी कर्मचारियों के तबादले कर दिए गए. गुर्जर ने कहा कि अधिकारियों के स्थानांतरण किए गए हैं उसमें लेनदेन की बू आ रही है.
गहलोत सरकार के तबादला नीति का विरोध
भारतीय मजदूर संघ के डिस्काम जयपुर अध्यक्ष अमित मल्होत्रा ने कहा कि जनवरी से अब तक 11 स्थानांतरण आदेश निकाले गए हैं. इसमें ढाई सौ से ज्यादा तकनीकी कर्मचारियों और 300 के करीब अधिकारियों के तबादले किए गए हैं. उन्होंने कहा कि जब भरतपुर, कोटा, अजमेर फ्रेंचाइजी पर दिए गए थे, तब सरकार से लिखित समझौता हुआ था कि किसी को भी जिले से बाहर नहीं भेजा जाएगा. इसके बावजूद भी कर्मचारियों, अधिकारियों के जिले से बाहर तबादले कर दिए गए.
मल्होत्रा ने कहा कि कांग्रेस को यह लगता है कि भारतीय मजदूर संघ भाजपा से संबंधित संगठन है तो यह बताना चाहेंगे कि पिछले 5 साल में भाजपा की मोदी सरकार का सबसे ज्यादा विरोध जिस संगठन ने किया है वह भारतीय मजदूर संघ ने किया है. उन्होंने कहा कि हमारा किसी सरकार से विरोध नहीं है. हमारा विरोध सरकार की नीतियों से है. उन्होंने कहा कि जयपुर डिस्कॉम एमडी और ऊर्जा मंत्री के कहने पर किसी के खिलाफ व्यक्तिगत कार्रवाई की जाती है तो हम चुप नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा कि यदि स्थानांतरण निरस्त नहीं होते हैं तो 6 मार्च को जयपुर डिस्कॉम के सभी सर्किलों पर विशाल प्रदर्शन किया जाएगा.