जयपुर. राजधानी के बिंदायका थाना इलाके में एक बुजुर्ग को अपना मकान किराए पर देने के लिए इंटरनेट पर विज्ञापन डालना महंगा साबित हुआ और ठग ने खुद को आर्मी ऑफिसर बता बुजुर्ग से 84 हजार रुपए की राशि हड़प (Fraud with old man in Jaipur) ली. ठगी की इस वारदात को लेकर मंगलवार रात सिरसी रोड निवासी 60 वर्षीय किशोर सिंह ढाका ने शिकायत दर्ज करवाई है.
प्रकरण की जांच कर रहे जांच अधिकारी छगनलाल ने बताया कि परिवादी ने 8 दिसंबर को अपना मकान किराए पर देने के लिए इंटरनेट पर विज्ञापन डाला था. विज्ञापन देखने के बाद सोमवार को एक व्यक्ति ने परिवादी को फोन कर खुद को आर्मी ऑफिसर बताया और मकान किराए पर लेने की इच्छा जाहिर की. जिसने परिवादी को कहा कि कुछ देर में उसके ऑफिस से मकान का एडवांस किराया व सिक्योरिटी राशि जमा कराने के लिए फोन आएगा.
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क्यूआर कोड भेज की ठगी: इसके बाद ठगों ने परिवादी को फोन कर मकान का एडवांस किराया जमा कराने की बात कही और एक क्यूआर कोड भेज उसे स्कैन कर खाते में राशि प्राप्त करने को कहा. ठगों के झांसे में आकर जैसे ही परिवादी ने उनके द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड को स्कैन किया तो उसके खाते से 28 हजार रुपए कट गए. इस पर परिवादी ने फिर से उस नंबर पर संपर्क कर खाते में राशि आने की बजाय राशि कटने की बात कहीं तो ठगों ने टेक्निकल खामी बताते हुए उसे राशि वापस लौटाने का आश्वासन दिया. इसके बाद ठगों ने फिर से क्यूआर कोड स्कैन कर परिवादी को राशि प्राप्त करने को कहा. जिस पर परिवादी ने फिर से क्यूआर कोड स्कैन किया तो उसके खाते से फिर राशि कट गई.
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इसके बाद ठगों ने एक बार फिर से यही प्रक्रिया दोहराने के लिए कहा और इस प्रकार से कुल तीन ट्रांजैक्शन में ठगों ने परिवादी के खाते से 84 हजार रुपए ठग लिए. जब 3 बार खाते से राशि निकल जाने के बाद परिवादी ने ठगों द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड को स्कैन करने से इंकार कर दिया और अपनी राशि वापस मांगी तो ठगों ने राशि लौटाने से साफ इंकार करते हुए अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया. इस तरह से ठगी का शिकार होने के बाद परिवादी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर ट्रांजैक्शन डिटेल और मोबाइल नंबर के आधार पर जांच करना शुरू किया है.