जयपुर. राजस्थान में अब शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है. उन्हें अब अपने तबादलों के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि बीते दिनों शाला दर्पण और शाला दर्शन वेबपोर्टल का एकीकरण कर दिया गया था. इस पोर्टल पर स्टाफ कॉर्नर बनाने का काम पूरा हो चुका है और गुरुवार को पोर्टल पर स्टाफ कॉर्नर लॉन्च भी कर दिया गया है. जिससे अब शिक्षकों को स्थानांतरण के लिए विभागों के चक्कर नहीं काटने होंगे. शिक्षक पोर्टल के जरिए सीधे ही ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे.
अब तबादलों के लिए शिक्षकों को नहीं लगाने पड़ेगे चक्कर...पोर्टल पर ही होंगे आवेदन - शिक्षा मंत्री राजस्थान
प्रदेश में कार्यरत शिक्षकों के लिए अच्छी खबर आई है. शिक्षकों को अब अपने तबादले के लिए विभागों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है. अब शिक्षक विभाग के इंटीग्रेटेड पोर्टल के जरिए ही ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. वहीं स्कूलों में एसडीएमसी के पुनर्गठन को लेकर भी शिक्षा मंत्री ने जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखे हैं.
शिक्षा मंत्री ने जनप्रतिनिधियों को लिखे पत्र
वहीं मंत्री डोटासरा ने कहा कि उनकी ओर से प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों चाहे वह विधायक, सांसद या फिर पंचायत या निकायों के जनप्रतिनिधि हो, सभी को पत्र लिखा गया है. जिसमें उन्हें एसडीएमसी में दो व्यक्तियों का नॉमिनेशन करने के अधिकार का उपयोग करने के लिए कहा गया है.
शिक्षामंत्री डोटासरा ने बताया कि स्कूलों में एसडीएमसी का कई सालों से पुनर्गठन नहीं हो पाया था. बीजेपी सरकार के कार्यकाल में केवल एसडीएमसी कागजों में ही चल रही थी, लेकिन अब जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को बाल सभाओं में सम्मिलित होने को भी कहा जा रहा है. जिससे कि स्कूल, अभिभावकों और लोगों के बीच का गैप कम हो सके.