जयपुर. TSP क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है. चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक और बड़ा दांव खेला है. लंबे समय से चली आ रही शिक्षकों की बड़ी मांग को पूरा कर दिया है. सीएम गहलोत ने टीएसपी क्षेत्र से नॉन टीएसपी क्षेत्र में तबादला करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. सरकार के इस आदेश के बाद लंबे समय से अपने गृह जिले में जाने का सपना देख रहे शिक्षकों का इंतजार खत्म हो सकेगा.
TSP शिक्षकों के लिए खुशखबरी, TSP से Non-TSP क्षेत्र हो सकेंगे ट्रांफ़सर, सीएम गहलोत ने दी मंजूरी
प्रदेश के TSP क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों के तबादले अब Non-TSP क्षेत्र में हो सकेंगे. लंबे समय से चली आरही मांग को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक ने रविवार रात प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
सीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी :मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि लंबे समय से TSP क्षेत्र में कार्य कर रहे Non-TSP क्षेत्र के कर्मचारियों की महत्वपूर्ण मांग को पूरा करते हुए प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा के अनुसूचित क्षेत्र (TSP एरिया) में कार्यरत अध्यापक लेवल-1 और 2 के 1903 अध्यापकों का दिये गये विकल्प की प्राथमिकता अनुसार गैर अनुसूचित क्षेत्र (Non-TSP) में समायोजन के आदेश जारी किए गए हैं. इन रिक्त पदों पर अब TSP क्षेत्र के निवासियों की भर्ती वर्तमान में चल रही भर्ती प्रक्रिया से की जाएगी. सीएम गहलोत ने सभी समायोजित शिक्षकगणों को शुभकामनाएं दी.
लंबे समय से थी मांग :दरअसल प्रदेश के जनजाति उपयोजना क्षेत्र में वर्षों से कार्यरत शिक्षकों का TSP नियमों के तहत तबादला नहीं Non TSP क्षेत्र में नही हो पा रहा थे. लंबे समय से टीएसपी जोन में काम करने वाले शिक्षक लगातार सरकार से नॉन टीएसपी क्षेत्र में तबादले की मांग करते हुए आ रहे थे. अब सरकार ने चुनावी माहौल में शिक्षकों को मांग को पूरा करते बड़ी राहत दी है. सरकार के इस आदेश से प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर सहित प्रदेश के कुछ जिले ऐसे हैं जो प्रतिबंधित जिलों में शामिल है, अब यहां से शिक्षक अपने गृह जिले में जा सकेंगे.
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TSP तबादला 31 JULY