जयपुर. जिले के ग्रेटर नगर निगम में कमिश्नर के साथ हुई कथित हाथापाई के मामले में जांच अधिकारी क्षेत्रीय उप निदेशक ने बड़ा फैसला लिया है. उप निदेशक ने महापौर, आयुक्त, पार्षद सहित 20 को नोटिस भेजा है. वहीं स्वायत्त शासन विभाग ने देर रात महापौर के विशिष्ट सहायक मनमोहन शेखावत का तबादला बांसवाड़ा नगर परिषद में कर दिया.
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जिले के ग्रेटर नगर निगम में बकाया भुगतान नहीं होने से बीवीजी कंपनी की हड़ताल रविवार को भी जारी है. हालांकि जनप्रतिनिधियों और कमिश्नर की समझाइश के बाद सफाई कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल स्थगित की है. इस बीच राज्य सरकार ने ग्रेटर नगर निगम की महापौर पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. स्वायत्त शासन विभाग की ओर से देर रात महापौर के विशिष्ट सहायक मनमोहन सिंह शेखावत का तबादला बांसवाड़ा नगर परिषद में कर दिया गया. वहीं मामले की जांच कर रही क्षेत्रीय उप निदेशक रेणु खंडेलवाल ने घटनाक्रम के दौरान मौजूद महापौर, आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त, पार्षदों, उपायुक्त, अधिशासी अभियंता, सुरक्षा स्टाफ सहित 20 को नोटिस जारी किए हैं. सभी को बयान दर्ज कराने के लिए शनिवार दोपहर 3:00 बजे तक का समय दिया गया था. लेकिन ज्यादातर ने 2 से 3 दिन का समय मांगा. इसके बाद जांच अधिकारी ने रविवार दोपहर तक का समय दिया है. वहीं सभी को व्हाट्सएप और घर पर नोटिस भी भेजे गए हैं. जिसके बाद एक पार्षद ने अपना बयान भी दर्ज कराया.
कांग्रेस ने की बीजेपी पार्षदों को निलंबित करने की मांग
उधर, आयुक्त से कथित मारपीट की घटना को निगम के इतिहास में काला अध्याय बताते हुए कांग्रेस ने बीजेपी पार्षदों को निलंबित करने की मांग की है. साथ ही सोमवार को निगम मुख्यालय में मेयर की शव यात्रा निकालने का ऐलान किया है.