राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

जयपुर: कोटपूतली में तीसरे चरण के पंचायत चुनावों के लिए भरे गए नामांकन - nominations filed for third phase panchayat elections

जयपुर की कोटपूतली तहसील में शनिवार को तीसरे चरण के पंचायत चुनावों के लिए नामांकन भरे गए. तीसरे चरण में कोटपूतली की 38 ग्राम पंचायतों के चुनाव होने हैं. रविवार को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी.

panchayat election in kotputli,  kotputli latest news
कोटपूतली में तीसरे चरण के पंचायत चुनावों के लिए भरे गए नामांकन

By

Published : Sep 27, 2020, 5:58 AM IST

कोटपूतली(जयपुर). राजस्थान में पंचायत चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. शनिवार को तीसरे चरण के पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल किए गए. कोटपूतली तहसील की 38 ग्राम पंचायतों में तीसरे चरण में चुनाव होने हैं. शनिवार को 439 नामांकन दाखिल हुए. सबसे ज्यादा 32 नामांकन कल्याणपुर खुर्द गांव में दाखिल हुए. जबकि सबसे कम 4 नामांकन केशवाना राजपूत ग्राम पंचायत में दाखिल हुए.

पढ़ें:भरतपुर: सरपंच प्रत्याशी के समर्थन में बीएलओ का ऑडियो वायरल, कलेक्टर ने किया निलंबित

औसतन तहसील की हर ग्राम पंचायत पर 10 उम्मीदवार मैदान में हैं. 27 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. उम्मीदवार अपना नाम दोपहर 3 बजे तक वापस ले सकते हैं. नामांकन पत्रों की जांच के बाद उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएंगे. नामांकन दाखिल करने जहां कई उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ पहुंचे तो कई उम्मीदवारों ने अकेले ही पर्चा भरा. नामांकन केंद्र पर कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया गया. तीसरे चरण के चुनाव 6 अक्टूबर को होंगे.

जयपुर के बल्लूपुरा में पंचायत चुनावों का बहिष्कार

ग्राम पंचायत बल्लूपुरा में शनिवार को ग्रामीणों ने एक भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं कर पंचायत चुनावों का पूरी तरह से बहिष्कार किया. ग्राम पंचायत बल्लूपुरा में संरपच के लिए एसटी महिला की सीट आरक्षित हैं. लेकिन पंच और सरपंच चुनावों के लिए शाम 5 बजे तक एक भी उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया.

स्थानीय लोगों का कहना है कि, बल्लूपुरा ग्राम पंचायत समिति पहले चाकसू पंचायत समिति के अधीन थी. लेकिन इस बार ग्राम पंचायत को नवसृजित कोटखावदा पंचायत समिति में जोड़ दिया गया. जो यहां से काफी दूर है. इसको लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम, कलेक्टर और विधायक को ज्ञापन भी दिया था. लेकिन ग्रामीणों की समस्या पर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया. जिसके कारण गहरी नाराजगी के चलते पंचायत के लोगों ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details