जयपुर. मौजूदा मुख्य सचिव उषा शर्मा 30 जून को रिटायर हो जाएंगी. उषा शर्मा के रिटायरमेंट के साथ ही अब ब्यूरोक्रेसी के नए बॉस को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं. सचिवालय गलियारों से लेकर जिला स्तर बैठे अधिकारियों में चर्चा जोरों पर है कि कौन होगा प्रदेश का मुख्य सचिव. सूत्र बता रहे हैं कि उषा शर्मा को एक्सटेंशन नहीं मिल रहा. ऐसे में अब वरिष्ठता के आधार पर वीनू गुप्ता, शुभ्रा सिंह, राजेश्वर सिंह, सुबोध अग्रवाल और रोहित कुमार सिंह प्रमुख रूप से रेस में आगे दिख रहे हैं.
एक्सटेंशन नहीं, नया होगा ब्यूरोक्रेसी का मुखियाःराजस्थान सरकार में मौजूदा चीफ सेक्रेटरी उषा शर्मा के रिटायर होने से पहले ही राज्य सरकार ने नए चीफ सेक्रेटरी की तलाश तेज कर दी है. हालांकि चुनावी साल को देखते हुए ये माना जा रहा था कि मौजूदा मुख्य सचिव को साल भर का एक्सटेंशन मिलने वाला है, लेकिन सचिवालय सूत्रों की मानें तो एक्सटेंशन की फाइल एक महीने पहले अनुमति के लिए केंद्र सरकार भेजी जाती है. लेकिन एक्सटेंशन की फाइल दिल्ली नहीं भेजी गई है. ऐसे में मौजूदा सीएस के एक्सटेंशन की संभावनाएं खत्म मानी जा रही हैं. ऐसे में अब ब्यूरोक्रेसी का चीफ नया बनाए जाने की कवायद शुरू हो रही है.
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ब्यूरोक्रेसी का नया चीफ कौन होगा?: सीएस का अंतिम फैसला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को करना है. ऐसे में अब ये देखा जा रहा है कि सीएम गहलोत इस बार वरिष्ठता का पैमाना इस्तेमाल करेंगे या चुनावी साल में वोट की खेती पकाने के लिए जातीय समीकरण बनाने के लिए पूर्व में निरंजन आर्य की तरह वरिष्ठता को दरकिनार किया जाएगा.
ये हैं बॉस की रेस में आगेःसचिवालय नौकरशाही के गलियारों में नए सीएस को लेकर चर्चाओं का दौरा शुरू चल रहा है. सीनियरिटी के आधार पर कई नाम दावेदारी में हैं. इनमें सबसे प्रमुख नाम पूर्व मुख्य सचिव डीबी गुप्ता और 1987 बैच की आईएएस अधिकारी वीनू गुप्ता का है. लेकिन वीनू गुप्ता का रिटायरमेंट इसी साल दिसंबर में है. ऐसे में सरकार की कोशिश होगी की अब जो भी सीएस बने वो कम से कम चुनाव खत्म होने और अगली सरकार बनने तक तो रहे.
वहीं दूसरे नंबर 1988 बैच के आईएएस सुबोध अग्रवाल हैं. हालांकि सुबोध अग्रवाल के रिटायरमेंट में ढाई साल का वक्त है. लेकिन जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जल जीवन मिशन और खान घोटाले में सुबोध अग्रवाल पर आरोप लगाए हैं. उसके बाद उनकी सीएस की रेस कमजोर हुई है. तीसरे नंबर पर 1989 बैच की आईएएस अधिकारी वी श्रीनिवास हैं. श्रीनिवास दिल्ली डेपुटेशन पर हैं. लम्बे समय से राजस्थान से दूर होने के चलते सरकार चुनावी साल में इन पर मुश्किल ही दाव खेलेगी.