जयपुर. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कम्युनिटी हेल्थ अधिकारी के 25 सौ पदों पर निकाली गई भर्ती को लेकर लगातार विवाद बढ़ रहा है. मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं थी ऐसे में जो भी दोषी व्यक्ति है उस पर कार्रवाई की जाएगी.
रघु शर्मा ने कहा दोषियों पर कार्रवाई होना तय उन्होंने एनएचएम एमडी डॉ समित शर्मा से भी जवाब भी मांगा है और पूछा है कि बिना मंत्री और एसीएस की जानकारी के उन्होंने भर्ती क्यों निकाली. वहीं रघु शर्मा ने यह भी कहा है कि मामले को लेकर सीएम से भी मिलेंगे और इस बारे में पूरी जानकारी देंगे.
यह था मामला-
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण यानी आईईसी की ओर से 19 जून को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा गया था कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन राजस्थान के अंतर्गत सब हेल्थ सेंटर-हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर संविदा आधारित कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की भर्ती की जाएगी. और इसमें कुल 2500 पद थे जिसकी की परीक्षा 22 जून को होनी थी. इसके लिए जयपुर में 64 परीक्षा केंद्र भी बनाए गए थे और विभाग की वेबसाइट पर अभ्यर्थियों से आवेदन मांगे गए थे लेकिन अगले ही दिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश में इस परीक्षा को स्थगित कर दिया गया.
कोई गड़बड़ी नहीं-
मामले को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉ समित शर्मा का कहना है कि वो अभी इस मामले पर नहीं बोलना चाहते लेकिन जो भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई थी. उसमें किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं है. वहीं मामले से सीएम अशोक गहलोत को भी अवगत कराया जाएगा हालांकि मामला सामने आने के बाद चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग के एसीएस रोहित कुमार सिंह ने एनएचएम की पूरी एचआर सेल और वरिष्ठ सहायक अशोक भंडारी को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए है.
हालांकि चिकित्सा मंत्री लगातार कह रहे हैं कि जिस अफसर या कर्मचारी ने इस मामले में भ्रष्टाचार करने की कोशिश की है उस पर कार्रवाई की जाएगी. बता दे कि स्वास्थ्य विभाग के पुराने कुछ ऐसे मामले हैं जिनकी जांच भी हुई और रिपोर्ट भी पेश की गई लेकिन जिम्मेदारों पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है.