जयपुर. शासन सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता डॉ. समित शर्मा शर्मा ने शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों और जिलाधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभागीय योजनाओं की प्रगति की मासिक समीक्षा बैठक ली. समीक्षा में विभाग की प्रमुख योजनाओं उत्तर मैट्रिक छात्रवृति, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, छात्रावास, अनुप्रति कोचिंग, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना एवं पालनहार योजना की प्रगति की समीक्षा की गई.
समीक्षा में पाया गया कि पालनहार के वार्षिक भौतिक सत्यापन में (Palanhar Scheme in Rajasthan) प्रगति नहीं हुई है, जिसको बहुत ही गंभीरता से लेते हुए शासन सचिव ने 20 सामाजिक सुरक्षा अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए. शासन सचिव ने सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों को निर्देश दिए कि विभागीय योजनाओं का लाभ आमजन को समय पर मिले एवं भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए. भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर हेमन्त पाटीदार, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी बांसवाड़ा को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी किए गए.
आपको बता दें कि कुछ दिन पूर्व अन्य अधिकारियों को भी भ्रष्टाचार की शिकायत प्रथम दृष्टया प्रमाणित होने पर निलंबित किया गया था और भरतपुर के एक कार्मिक को तो सेवा से हटा दिया गया था. डॉ. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत विद्यार्थी द्वारा कोचिंग करने पर जॉइनिंग के आधार पर 60% एवं कोचिंग पूर्ण करने पर शेष 40% का कोचिंग संस्थान को भुगतान किया जावे एवं प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों में अन्य शहर के आकर कोचिंग करने वाले अभ्यर्थियों को आवास भत्ते का भुगतान विद्यार्थी को किया जाना सुनिश्चित करें.