जयपुर. मौजूदा दौर में लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर और पॉल्यूशन के दूसरे माध्यमों की वजह से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के आंकड़ों में इजाफा देखने को मिल रहा है. देश-प्रदेश के युवा भी इस बीमारी की गिरफ्त से दूर नहीं हैं. भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉक्टर दीपक गुप्ता के मुताबिक देशभर में 20 से 35 उम्र के युवाओं में कैंसर के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जिसकी मुख्य वजह युवाओं में गलत जीवनशैली के साथ ही जेनेटिक इश्यू भी है.
जो युवा व्यायाम नहीं करते हैं, जंक फूड का ज्यादा सेवन करते हैं, ध्रूम्रपान, शराब का सेवन जैसी आदत अपनी लाइफ स्टाइल में शामिल करते हैं, उनमें कैंसर के मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं. यूथ में खास तौर पर मुंह और गले के कैंसर के अलावा लंग कैंसर, बड़ी आंत के कैंसर, पुरूषों में प्रोस्टेट और महिलाओं में स्तन कैंसर के मामले तेजी से बढ़ें हैं. आमतौर पर इन कैंसर के रोगी 40 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों में देखे जाते थे, लेकिन पिछले कुछ साल में 20 से 35 साल के युवाओं में इस तरह की परेशानी ज्यादा देखी जा रही है.
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15.7 लाख कैंसर रोगी होने की संभावना : इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (ICMR) नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इंफोर्मेटिक्स एंड रिसर्च (NCDIR) की ओर से जारी नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम रिपोर्ट में देशभर में कैंसर के आंकडों में इजाफा बताया गया है. रिपोर्ट में सामने आया कि 2020 में कैंसर के 13.9 लाख मामले सामने थे. ऐसे में साल 2025 में यह बढ़कर 15.7 लाख तक पहुंचने की संभावना है. मुंह, फेफड़े, पाचन तंत्र समेत कई तरह के कैंसर की मुख्य वजह टोबैको प्रोडक्ट मसलन तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट और गुटखा है.
महिलाओं में 5 प्रमुख कैंसर इन लक्षणों की करें पहचान : सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. प्रशांत शर्मा ने बताया कि मुंह या गले में न भरने वाला छाला, कुछ निगलने में दिक्कत होना या आवाज में परिवर्तन, शरीर के किसी भी भाग में गांठ, स्तन में गांठ या आकार में परिवर्तन, लंबे समय तक खांसी या कफ में खून, मलद्वार या मूत्र द्वार में खून आना, मासिक धर्म के अलावा या रजोनिवृत्ति के बाद रक्तस्त्राव, शौच की आदत में परिवर्तन. यह सभी लक्षण कैंसर के शुरुआती लक्षणों में शामिल है. इन लक्षणों को नजरअंदाज करें बगैर चिकित्सक को समय पर दिखाकर लक्षणों के कारण की पहचान करना जरूरी है.